चिट्ठीरसां आरक्षण मजाक का विषय नहीं है जज महोदय (डायरी 22 अक्टूबर, 2021) गांव के लोग Oct 22, 2021 समाज को देखने-समझने के दो नजरिए हो सकते हैं। फिर चाहे वह दाता और याचक के नजरिए से देखें या फिर श्रमजीवी और परजीवी के नजरिए से। संसाधन रहित… Read More...