नयी दिल्ली (भाषा)। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सदस्य ने विपक्ष के 14 सांसदों के संसद से निलंबित रहने के बीच मंगलवार को तंज कसते हुए कहा कि सरकार शायद चाहती है कि विपक्षी सदस्य भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रमेश बिधूड़ी और बृजभूषण शरण सिंह की तरह बर्ताव करें, जो कदाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
लोकसभा में विपक्ष के करीब सौ और राज्यसभा में 46 सांसदों को हाल में शीतकालीन सत्र के दौरान सदन से निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने संसद की सुरक्षा में चूक के मामले पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बयान दिए जाने और चर्चा कराने की मांग को लेकर दोनों सदनों में विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद उन पर यह कार्रवाई की गयी।
निलंबित होने वाले सांसदों में शामिल ओ’ब्रायन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में सरकार पर निशाना साधा और लोकसभा में साम्प्रदायिक टिप्पणी करने के आरोपी सांसद रमेश बिधूड़ी और महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह का ज़िक्र किया।
Two impeccably well-behaved Members of Parliament continue to grace the Lok Sabha- Ramesh Bidhuri and Brij Bhushan Singh.
Maybe the Modi government wants all of us in Opposition to behave like them to avoid suspension from Parliament🤪
— Derek O'Brien | ডেরেক ও'ব্রায়েন (@derekobrienmp) January 2, 2024
आरोपी सांसद रमेश बिधूड़ी, जिन्होंने सांसद दानिश अली को भरी संसद में चल रही कार्यवाही के दौरान साम्प्रदायिक और असंसदीय टिप्पणी कर अपमानित किया था। लेकिन इन पर किसी तरह की सख्त कार्रवाई नहीं की गई न ही इन्हें असंसदीय टिप्पणी करने पर संसद से निलंबित ही किया गया।
इसी तरह बृजभूषण शरण सिंह पर छ: महिला पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया। महिला पहलवानों ने न्याय के लिए आवाज़ उठाई लेकिन आज तक उन्हें न्याय नहीं मिला।
बिधूड़ी के खिलाफ आरोप की जांच संसद की विशेषाधिकार समिति कर रही है।
राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता ओ’ब्रायन ने व्यंग्य करते हुए कहा, ‘संसद के, सबसे अच्छा व्यवहार करने वाले दो सांसद – रमेश बिधूड़ी और बृजभूषण सिंह लोकसभा की शोभा बढ़ा रहे हैं। शायद मोदी सरकार चाहती है कि विपक्ष में हम सभी लोग संसद से निलंबित होने से बचने के लिए उनकी तरह बर्ताव करें।’
विपक्ष के 146 सांसदों को शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था, जिसमें लोकसभा के 100 और राज्यसभा के 46 सांसद थे। 29 दिसंबर को सत्रावसान के साथ ही 14 सांसदों को छोड़कर शेष का निलंबन खत्म कर दिया गया। इन 14 सांसदों में राज्यसभा के 11 और लोकसभा के तीन सदस्य अब भी निलंबित हैं।
इन सांसदों के निलंबित रहने के कारण आगामी बजट सत्र में उनके भाग लेने के बारे में स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है।