TAG
नामदेव ढसाल
महाराष्ट्र के दलित लेखकों से प्रेरणा लें बहुजन बुद्धिजीवी
आज किस तरह दलित नेता अपने निजी स्वार्थों के चलते बलात्कारियों के पक्ष और दंगाइयों के पक्ष में रैलियां निकालती सत्ता की ताल में ताल मिला कर चुप्पी साधे हुए हैं और हमें इस संघर्ष में जूझने के लिए अकेला छोड़ दिया है। कहां है वे पूनापेक्ट समझौते के आरक्षण से संसद में पहुंचे हुए 131 सांसद? ऐसे में सत्ता और प्रशासन अपने मनमाने ढंग से दलितों को हांक रही है।
बाकी है अभी सामाजिक न्याय की निर्दिष्ट परिभाषा!
14 अप्रैल से अम्बेडकर जयंती माह शुरू होता है, जो सामान्यतया मई के दूसरे सप्ताह तक जारी रहता है। इस दरम्यान पूरे देश में...