अभी तक मैं जितनी महिला कामगारों से मिली हूँ उनमें से कुछ को छोड़ लगभग सबने कम मजदूरी की बात की है। यह किसी एक जगह की बात नहीं है। इसका मतलब यह है कि नियोक्ताओं ने मजदूरी, दाम और मुनाफ़े की जो व्यवस्था बनाई है वह मजदूर की न्यूनतम मजदूरी का भी अधिकतम हिस्सा हड़प लेने वाली है।
नालासोपारा के अचोले गाँव के पूर्वी इलाके पटखलपाड़ा में सबसे ज्यादा ध्यान खींचते हैं तबेले, डम्पिंग ग्राउंड बनता जा रहा खाली मैदान और एक जगह बने कई पार्टियों के दफ्तर तथा खंभे पर लगे सीसीटीवी कैमरे। इसके साथ ही एक ही जगह सूअर के मीट की दुकान और दुर्गा मंदिर है। ऐसा दृश्य बेशक मुंबई और उसके आस-पास ही संभव है। मीट की दुकान में एक आदमी गहरी नींद में सो रहा था और दुर्गा मंदिर में दरवाजे के पास बनी शेर की मूर्ति के पास एक कुत्ता निश्चिंत भाव से खड़ा था।