समाज और संस्कृति एक हैं शायर वसीम एक हैं घरेलू वसीम ! गांव के लोग Aug 17, 2021 पहला हिस्सा सामाजिक परिप्रेक्ष्य में एक जनवादी नारा है जिसमें संसाधनों की वाज़िब हिस्सेदारी की बात उठाई गई है। यह सच्चाई पूँजीवादी… Read More...