चिट्ठीरसां दास्तां कलमकसाइयों की (डायरी,3 अक्टूबर, 2021) गांव के लोग Oct 3, 2021 कोई भी समाज कितना सभ्य और विकसित है, इसके कई पैमाने हैं। इनमें से एक पैमाना यह कि सबसे कमजोर तबके के लोगों के साथ शेष समाज किस तरह का… Read More...
लोग इनके पास न घर है न मुकम्मल पहचान पत्र गांव के लोग Sep 28, 2021 पेट में भूख की आग लिये अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ते, जीवन जीने की जिजीविषा के बीच चोरी करना, भीख मांगना, बाल श्रम, बंधुआ मजदूरी करना, यहां तक… Read More...