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भदोही और बनारस में लू लगने से दो लोगों की मौत

पूर्वांचल के भदोही, वाराणसी, जौनपुर, बलिया, देवरिया जिले में लू कहर ढा रही है। इसके कारण लोग तेजी से बीमार हो रहे हैं। इसी क्रम में जौनपुर के एक व्यक्ति की भदोही के दुर्गापुर थानाक्षेत्र के कुढ़वां गांव में लू लगने से मौत हो गयी।

भदोही। पूर्वांचल के भदोही, वाराणसी, जौनपुर, बलिया, देवरिया जिले में लू कहर ढा रही है। इसके कारण लोग तेजी से बीमार हो रहे हैं। इसी क्रम में जौनपुर के एक व्यक्ति की भदोही के दुर्गापुर थानाक्षेत्र के कुढ़वां गांव में लू लगने से मौत हो गयी। शव मिलने के बाद पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सूचना पाकर परिजन भी भदोही पहुंच गए। थाना प्रभारी विनोद कुमार दूबे के अनुसार, जौनपुर के आदेपुर, चटौरी निवासी हरिराम प्रजापति (48) पुत्र मंगरूराम प्रयागराज के सरायममरेज थानाक्षेत्र के होजरा गांव स्थित अपनी बहन के घर आए थे।सोमवार को वह यहाँ से जौनपुर के लिए निकले, तभी भदोही के कुढ़वा गांव में लू लगने से उनकी मौत हो गई। जहाँ उनका शव मिला है, वह इलाका काफी सुनसान है। यहाँ एक पेड़ तक नहीं है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि उनकी मौत लू लगने से ही हुई है। वहीं, परिजनों का कहना है कि उनकी मानसिक हालत भी ठीक नहीं थी।

लू लगने से मौत का दूसरा मामला वाराणसी का है। नयनधर दूबे (45) वाराणसी में एक टॉफी-बिस्किट की कंपनी में काम करते थे। सोमवार की शाम पांच बजे ऑफिस से छूटने के बाद वह अपने किराए के कमरे पर पहुँचे। यहाँ पत्नी से कहा- बहुत तेज प्यास लगी है, जल्दी पानी लाओ। पत्नी ने पानी लाकर दिया। पानी पीते ही वो ज़मीन पर गिर गए। पत्नी ने लोगों की मदद से नयनधर को अस्पताल पहुंचाया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। नयनधर मूल रूप से जौनपुर के ढिसनी पृथ्वीगंज गांव के निवासी थे। उनके दो बच्चे हैं, जो बारहवीं कक्षा में पढ़ते हैं।

इसके पहले, बलिया का एक युवक रविवार को मुंबई के लिए निकला था। वाराणसी के मंडुवाडीह स्टेशन पर लू से उसकी मौत हो गई। बलिया के बंजारी सरयां गांव निवासी संजय राम (30) मुंबई में मज़दूरी का काम करता था। पिछले महीने वह गांव आया था। एक महीने गांव में रहने के बाद वह अपने बहनोई के साथ मुंबई के लिए निकला था। ट्रेन से दोनों मंडुवाडीह पहुंचे। स्टेशन पर गाड़ी रुकते ही संजय राम को घबराहट-बेचैनी होने लगी। पानी पिने के लिए वह ट्रेन से स्टेशन पर उतर गया। काफी देर तक संजय नहीं लौटा तो उसके बहनोई ने खोजबीन शुरू की। थोड़ी दूरी पर संजय गिरा हुआ था। लोगों की मदद से उसे नजदीकी अस्पताल में पहुँचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने हीट स्ट्रोक का अंदेशा जताया। संजय के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं।

वाराणसी के पुराना पुल निवासी अनिल राजभर (65) रविवार की सुबह रोज की तरह आइसक्रीम बेचने के लिए निकले थे। दोपहर क़रीब 2 बजे पंचकोशी सब्जी मंडी में वह अचेत होकर गिर पड़े। लोगों की मदद से अनिल को जिला अस्पताल पहुँचाया गया। सूचना पर परिजन भी अस्पताल पहुँच गए। दवा लेने के बाद परिजन अनिल को घर ले गए। दो घंटे बाद उनकी मौत हो गई। अनिल और उनकी पत्नी के दो बेटे हैं, जो उनसे अलग रहते हैं। मूलरूप से ग़ाज़ीपुर निवासी अनिल पुराना पुल में किराए के कमरे में रहते थे। आईसक्रीम बेचकर पत्नी के साथ गुजर-बसर करते थे।

वाराणसी कमिशनरेट में तैनात दीवान इमरान अली (35) की लू लगने से मौत हो गई। वह कोतवाली में तैनात थे। परिजनों ने उन्हें अर्दली बाज़ार स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था, जहाँ इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वाराणसी में 15 जून को महज 24 घंटे में 17 लोगों की लू से मौत हुई थी।

बलिया के लालगंज निवासी ओमप्रकाश तिवारी बीते शनिवार को बैरिया तहसील गए थे। तहसील से लौटने के बाद उनकी तबीयत खराब हो गई। शाम को दवा लेने गए तो रास्ते में ही अचेत हो गए। उन्हें तत्काल सीएचसी सोनबरसा पहुँचाया गया, जहां डॉक्टरों ने पहले जिला अस्पताल फिर बीएचयू के लिए रेफर कर दिया। वाराणसी जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई।

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