आजमगढ़। मऊ में उपचुनाव के परिणाम ने सियासी सुगबुगाहट बढ़ा दी है। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह ने इस चुनाव में भाजपा के दारा सिंह चौहान को 42672 वोटों से करारी पटखनी दी है। सुधाकर सिंह को 124427 वोट और दारा सिंह चौहान को 81668 वोट मिले।
उधर मीरजापुर के राजगढ़ वार्ड संख्या तीन से जिला पंचायत सदस्य के लिए हुए उपचुनाव में सपा की समर्थित प्रत्याशी सील कुमारी को जीत मिली है। पहले यह सीट अपना दल की रिंकी पाल के पास थी। छानबे विधानसभा से अपना दल पार्टी से विधायक बनने के बाद यह सीट खाली हो गयी थी। सील कुमारी को 4998 वोट मिले जबकि अपना दल की आरती को 4527 वोट मिले हैं। सनद रहे कि सील कुमारी उपविजेता थीं। इस बार जनता जनार्दन का उन्हें आशीर्वाद प्राप्त हुआ और वह 471 वोटों से चुनाव जीत गईं।
जानकारों के मानें तो अब यूपी में मंत्रिमंडल का विस्तार होने में टाइम लगेगा। इस विस्तार में ओपी राजभर का भी मंत्री बनने का रिजल्ट आना था। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह हार दारा सिंह चौहान से ज्यादा ओपी राजभर की हार है।
इस चुनाव में यूपी के पूर्व मुख्मंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स (ट्विट) करके जीते हुए प्रत्याशियों सहित मतदाताओं का ह्रदय से आभार जताया है।
महिलाओं ने जिस प्रकार घोसी में सपा की जीत के लिए वोट डाला है, उसके लिए सबको बहुत-बहुत धन्यवाद!
ये भाजपा सरकार में लगातार बढ़ती महंगाई और लगातार घटती कमाई की दोहरी मार झेल रहे परिवारों का आक्रोश है, जिसने वोट बनकर भाजपा को हराया है। pic.twitter.com/3IgMyLbuG5
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 8, 2023
घोसी के चुनावी घमासान में समाजवादी पार्टी की संभावित जीत से कांग्रेस में भी खुशी की लहर है। अंतिम परिणाम आने के पहले ही उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने एक्स (ट्विट) करके कहा है कि इस उपचुनाव में I.N.D.I.A. गठबंधन के प्रत्याशी की जीत इस बात का ऐलान करती है कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों और नफ़रत के बाजार से जनता परेशान हो चुकी है। तय मानिए! 2024 में उत्तर प्रदेश की जनता ने NDA को विदा करने का मन बना लिया है।
प्रदेश अध्यक्ष श्री @kashikirai जी की अपील को घोसी की जनता ने अपने दिल में जगह दी।
इस उपचुनाव में INDIA गठबंधन के प्रत्याशी की जीत इस बात का ऐलान करती है कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों और नफ़रत के बाजार से जनता परेशान हो चुकी है।
तय मानिए! 2024 में उत्तर प्रदेश की जनता ने NDA को… pic.twitter.com/ouUgZOsBXg
— UP Congress (@INCUttarPradesh) September 8, 2023
दूसरी तरफ, आजमगढ़ जिले के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ‘लल्लू’ ने मऊ जिले के घोसी में ‘I.N.D.I.A.’ गठबंधन की जीत पर कहा कि भाजपा सरकार के जाने का समय आ गया है। जिस तरह से घोसी विधानसभा उपचुनाव में गठबंधन की जीत हुई है, निश्चित रूप से आने वाले समय में घोसी का चुनाव परिणाम गठबंधन के लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। इसके पूर्व कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ‘लल्लू’ ने जेल में बंद कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह से मुलाकात कर उन्हें भरोसा दिलाया कि पूरी कांग्रेस इस संकट के समय आपके साथ खड़ी है।
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कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ‘लल्लू ‘का कहना है कि जो लोग हिंसा और नफरत पर विश्वास करने वाले लोग हैं, यह उनकी हार है। आज देश, प्रदेश, गांव की जनता जाग चुकी है। अभी तो यह अंगड़ाई है। जुड़ेगा। भाजपा के लोगों ने यूपी में एक माहौल बनाया कि हम अजेय हैं। इनके कथन के टूटने का समय आ गया है। निश्चित रूप से घोसी की जीत से गठबंधन के दलों में एक उत्साह होगा। आने वाले लोकसभा चुनाव में इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। यह सरकार आवाज को दबाने का काम कर रही है। हमारा संघर्ष जनहित में जारी रहेगा। भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग मुद्दों पर बात नहीं करेंगे। मणिपुर, किसान, बेरोजगारी, चीन पर बात नहीं करेंगे। ‘I.N.D.I.A.’ गठबंधन में आगे की बात सीटों के बंटवारे की चर्चा सीडब्लूसी (कांग्रेस कार्य समिति) की बैठक में तय किया जाएगा। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ‘लल्लू’ ने कहा कि इस सरकार के जाने का समय आ गया है।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सपा पर आरोप लगाते हुए गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया था। वह कुछ ही महीने अकेले रहे और बीते जुलाई महीने में NDA गठबंधन में शामिल होने का फैसला किया। ओपी राजभर जहां NDA की गठबंधन में शामिल हुए, वहीं दूसरी तरफ इस गठबंधन में खुद को साबित करने का एक मौका घोसी विधानसभा उपचुनाव के रूप में मिल गया ।
क्योंकि, बीते अगस्त महीने में सपा के बैनर से चुनाव जीते दारा सिंह चौहान ने इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के बाद घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान हुआ। घोसी के उप चुनाव में बीजेपी से गठबंधन करने वाले ओपी राजभर का भविष्य तय होगा। ओपी राजभर ने मऊ जिले में 50 हजार वोट से जीतने का दावा भी किया था। इस हार के बाद उनके दावे और राजनीतिक गणित पर सवाल उठने लगे हैं।