बलिया। जिले के जलकल कर्मचारियों को छह माह से वेतन नहीं मिल रहा है। इस कारण अब उनके सामने आर्थिक समस्याएँ आने लगी हैं। बची-बचाई आमदनी भी खत्म हो चुकी हैं। इस कारण उनका आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। कर्मियों ने चेतावनी दी कि वेतन नहीं मिला तो हम एकजुट होकर बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
वेतन की माँग को लेकर जलकल कर्मचारियों ने प्रभारी अधिशासी अधिकारी/ एसडीएम सदर आत्रेय मिश्र और निकाय प्रभारी/ अपर जिलाधिकारी त्रिभुवन कुमार को अवगत कराया। नगर पालिका कार्यालय में जलकल के जेई वेतन की समस्याओं को लेकर पहले से ही चेयरमैन संत कुमार और अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।
बैठक में चर्चा हुई कि जलकल में लगभग 70 लोगों की ड्यूटी लगी है, जबकि इस समय 35 से 40 लोग ही काम कर रहे है। बाकी लोगों का पता नहीं। इस पर कर्मियों ने वेतन न मिलन पाने की समस्या को बताया। कहा कि पैसे न होने के कारण कर्मचारी अपने घर से विभाग तक नहीं पहुँच पा रहे हैं। इस कारण कुछ कर्मचारी नहीं आ रहे हैं।
इसको लेकर अधिकारियों ने कहा कि कर्मियों की कम अनुपस्थिति को लेकर जाँच की जाएगी। डिजिटल अटेंडेंस की भी बात कही गई। कहा कि जो काम कर रहे हैं, उनको वेतन अविलम्ब दिया जाएगा।
उन्होंने कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए एक मीटिंग में रखने का निर्देश दिया है। इसके अलावा सफाई, स्वच्छता में लगे सरकारी और संविदा कर्मचारी की ड्यूटी भी चेक की जाएगी।
बकाया वेतन को लेकर हो चुका है धरना-प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय/ ग्रामीण) कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने बीते तीन जनवरी को जल निगम परिसर में तालाबंदी कर धरना दिया था। धरनारत कर्मचारियों ने कहा था कि निगम के वेतन नहीं मिलने से 15 कर्मियों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कर्मचारियों ने अपनी माँगों के लिए आठ जनवरी को धरना-प्रदर्शन करने की नोटिस भी अधिशासी अभियंता को दी थी।