समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गाजियाबाद में साझा प्रेस वार्ता की और बताया कि भाजपा 150 तक सिमटने वाली है।
अखिलेश यादव ने कहा कि इस समय बदलाव की हवा चल रही है और उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद से गाजीपुर तक भाजपा का सफाया होने जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘भाजपा की हर बात झूठी निकली। न किसान की आय दोगुनी हुई, न युवाओं को रोजगार मिला और जो सपने दिखाए थे वो भी पूरे नहीं हुए।’
इलेक्टोरल बांड इस चुनाव में सबसे अहम मुद्दा माना जा रहा है, कहीं न कहीं भाजपा इस मामले में बैकफुट पर नजर आ रही है।
अखिलेश यादव ने कहा, ‘इलेक्टोरल बांड ने इनकी बैंड बजा दिया है और भाजपा भ्रष्टाचारियों का गोदाम बन चुकी है। भ्रष्टाचारियों को ही नहीं उनका कमाया हुआ भी ले रहे हैं।
उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में डबल इंजन सरकार का दावा किया जाता रहा लेकिन होर्डिंग में डबल नहीं अकेले दिखाई दे रहे हैं, इनके प्रत्याशी होर्डिंग से गायब हैं।
उन्होंने युवाओं की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘पेपर लीक से 60 लाख नौजवानों का भविष्य अंधकार में दाल दिया गया, यदि 60 का गुणा 3 से करें तो 1 करोड़ 80 हुआ और इसे 80 लोकसभा सीटों से भाग दें तो भाजपा का हर लोकसभा में 2 लाख 25 हजार वोट कम हुआ है।’
अखिलेश यादव ने कहा कि इसलिए हमें सावधान होकर मतदान करना है और अपने बूथ की चौकीदारी करेंगे तो भाजपा का सफाया होना तय है।
राहुल गांधी ने आरएसएस और भाजपा को संविधान विरोधी बताया
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा यह चुनाव विचारधारा का चुनाव है। एक तरफ भाजपा और आरएसएस संविधान और लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश कर रही हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और कांग्रेस पार्टी संविधान और लोकतंत्र को बचाने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘चुनाव में दो-तीन बड़े मुद्दे, सबसे बड़ा बरोजगारी दुसरे नम्बर पर महंगाई और भागीदारी है लेकिन भाजपा 24 घंटे ध्यान भटकाने में लगी हुई है। कभी प्रधानमंत्री समुद्र के नीचे चले जाते हैं और कभी आसमान में सी प्लेन में नजर आते हैं। जो अहम मुद्दे हैं उसपर न भाजपा बात करती है और न ही प्रधानमन्त्री बात करते हैं।
इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का न्यूज एजेंसी एएनआई को दिया साक्षात्कार चर्चा में है इसी बीच राहुल गांधी ने उस साक्षात्कार को फ्लॉप बताया है।
राहुल गांधी ने कहा, ‘कुछ दिन पहले नरेंद्र मोदी ने एएनआई को स्क्रिप्टेड इंटरव्यू दिया लेकिन फ्लॉप था। प्रधानमंत्री ने उसमें इलेक्टोरल बांड समझाने की कोशिश की, प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि इलेक्टोरल बांड राजनीति में पारदर्शिता लाने के लिए लाया गया अगर यह सच है तो उस सिस्टम को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द क्यों किया? दूसरी बात यदि आप पारदर्शिता लाना चाहते थे तो जिन लोगों ने आपको हजारों करोड़ रूपये दिए उनका नाम आपने क्यों छुपाया? जिन तारीखों पर उन्होंने आपको पैसे दिए उसे क्यों छुपाया?’
वे आगे कहते हैं, ‘पता लगता है हजारों करोड़ का ठेका किसी कंपनी को मिलता है तो उसके तुरंत बाद कम्पनी को पैसा देता है ईडी, सीबीआई कि जांच किसी कंपनी पर होती है तो उसके दस-पंद्रह दिन बाद कम्पनी करोड़ो रूपये भाजपा को देती है और जांच बंद कर दी जाती है।
राहुल गांधी ने कहा, ‘इसे सरासर उगाही कही जाती है, इलेक्टोरल बांड दुनिया की सबसे बड़ी उगाही है, हिंदुस्तान के सारे व्यापारी इस बात को समझते हैं। प्रधानमंत्री जितनी भी सफाई दें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है क्योंकि पूरा देश जानता है प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के चैम्पियन हैं।’
राहुल गाँधी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, ‘बीस दिन पहले मैं सोचता था कि भाजपा लोकसभा चुनाव में 180 सीट जीतेगी, लेकिन अभी भारतीय जनता पार्टी 150 सीट ही जीत रही है।