भारत में महंगाई का बढ़ना जारी है। खाद्य पदार्थ भी इससे अछूते नहीं हैं। खाने की थाली भी दिन प्रतिदिन महंगी होती जा रही है। मार्च के महीने में प्याज, टमाटर और आलू की कीमतें बढ़ने से शाकाहारी थाली सालाना आधार पर सात प्रतिशत तक महंगी हो गई है। घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स इकाई ने आज बृहस्पतिवार को यह सर्वेक्षण पेश किया।
वेज (शाकाहारी) थाली हुई महंगी
क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स ने अपनी मासिक ‘रोटी-चावल दर’ रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार, ‘शाकाहारी थाली में रोटी, सब्जियां (प्याज, टमाटर और आलू), चावल, दाल, दही और सलाद आते हैं। इस थाली की कीमत मार्च में बढ़कर 27.3 रुपये प्रति प्लेट हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 25.5 रुपये थी। हालांकि, फरवरी के 27.4 रुपये की तुलना में मार्च में शाकाहारी थाली की कीमत घटी है।’
रिपोर्ट कहती है, ‘आवक कम होने और कम आधार दर के कारण प्याज का दाम सालाना आधार पर 40 प्रतिशत, टमाटर का दाम 36 प्रतिशत और आलू का दाम 22 प्रतिशत बढ़ने से शाकाहारी थाली महंगी हो गई है।’
रिपोर्ट के मुताबिक, कम आवक के कारण एक साल पहले की तुलना में चावल का दाम भी 14 प्रतिशत और दालों की कीमतें 22 प्रतिशत बढ़ गई हैं।
नान-वेज (मांसाहारी) थाली हुई सस्ती
‘पॉल्ट्री (मुर्गी पालन) में कीमतें घटने से पिछले महीने मांसाहारी थाली की लागत में सात प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है’। मांसाहारी थाली की कीमत एक साल पहले की समान अवधि में 59.2 रुपये थी जो पिछले महीने घटकर 54.9 रुपये रह गई। लेकिन फरवरी के 54 रुपये प्रति थाली की तुलना में इसकी कीमत अब भी अधिक है।
दरअसल ब्रॉयलर मुर्गे की कीमतों में 16 प्रतिशत की गिरावट आने से सालाना आधार पर मांसाहारी थाली की लागत घटी है। मांसाहारी थाली में ब्रॉयलर का भारांक 50 प्रतिशत होता है।
आगे भी जारी रहेगी महंगाई
क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स के रिसर्च डायरेक्टर पुशन शर्मा ने कहा, ‘ हम उम्मीद करते हैं कि बाजार में ताजा फसल आने से गेहूं की कीमतों में गिरावट आएगी और टमाटर की कीमतें नरम रहेंगी, लेकिन प्याज की कीमतें निकट अवधि में बढ़ सकती हैं, क्योंकि रबी की फसल 20 फीसदी कम होने की संभावना है।’ यह बयान महंगाई के आगे भी जारी रहने का संकेत है।