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ग्राउंड रिपोर्ट

नीट की परीक्षा शुचिता पर उठे सवाल, छात्रों ने लगाया धांधली का गंभीर आरोप

छात्रों का कहना है कि गरीब माँ बाप अपना पेट काटकर अपने बच्चों की कापी किताब के साथ अन्य जरूरतों को पूरा करते रहते हैं इस उम्मीद के साथ कि एक दिन ऐसा आयेगा जब उनका बेटा डॉक्टर बनेगा और उनकी गरीबी दूर होगी, लेकिन उनके सपनों पर तब पानी फिर जाता है जब ये परीक्षाएं धांधली की भेंट चढ़ जाती हैं।

अभी कुछ महीने पूर्व उत्तर प्रदेश की पुलिस परीक्षा के साथ ही आरओ एआरओ सहित चार-पांच परीक्षाएं धांधली की भेंट चढ़ गयी और यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब एक बड़ी और राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा धांधली की भेंट चढ़ती हुई नजर आ रही है। नीट यूजी की परीक्षा (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) में धांधली का आरोप लगाते हुए देश में नीट की तैयारी कर रहे प्रतियोगी छात्र सड़कों पर उतर गए। इन छात्रों का कहना है कि एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) ने देश के लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। छात्रों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर पूरी प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए और परिणाम रद्द कर कार्रवाई की मांग की है। यही नहीं छात्रों ने इसकी सीबीआई से जांच भी कराने की मांग की है।

वाराणसी के बीएचयू सिंहद्वार पर हजारों की संख्या में कोचिंग करने वाले छात्र एकत्र होकर एक घंटे तक प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए पर गंभीर आरोप लगाए। धरनारत छात्रों ने कहा कि नीट यूजी की परीक्षा में 24 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया जिसमें से 13 लाख छात्र पास हुए हैं। इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि जब एक साथ 67 छात्र टॉप किए और नंबर एक की रैंक हासिल की। जबकि देखा जाय तो 2023 में सिर्फ 2 और 2022 में 3 ही टॉपर थे। वहीं एक ही सेंटर के 8 छात्रों को 720 में से 720 नंबर मिला जो कि सवालों के घेरे में है। छात्रों ने एक ही सेंटर से 8 छात्रों को पूरे अंक मिलने के साथ ही ऑफ़ लाइन परीक्षा में नार्मलाइजेशन फार्मूला लगाने पर सवाल उठाए हैं। छात्रों ने कहा कि नीट परीक्षा में सफल होने के लिए लाखों  छात्र दिनरात मेहनत करते हैं। ऐसे में धांधली करना देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है।

नीट परीक्षा का परिणाम आते ही कोटा में बड़ी संख्या में छात्र सड़कों पर उतर गए। नीट में धांधली की मांग को लेकर छात्र न्यू राजीव गांधी क्षेत्र में राजीव गांधी की प्रतिमा के सामने तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने कहा परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है जिसकी सीबीआई से जांच होनी चाहिए। इस दौरान कई कोचिंग संस्थानों के डायरेक्टर भी बच्चों के समर्थन में उनके साथ मौजूद रहे और बच्चों के साथ खड़े रहने की बात कही।

भोपाल में भी नीट 2024 के परिणाम को लेकर कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के नेतृत्व में बड़ी संख्या में छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए मामले की सीबीआई से जांच की मांग की। यही नहीं भोपाल की निशिता सोनी ने रिजल्ट में गड़बड़ी की आशंका को लेकर हाईकोर्ट में याचिका भी दाखिल की है।

दूसरी ओर नीट परिणाम में किसी तरह की धांधली या पेपर लीक के आरोपों से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए ने इंकार किया। एनटीए ने कहा केवल छह केन्द्रों पर समय को लेकर समस्या आई है जिसमें करीब 16 सौ छात्र प्रभावित हुए और उन्हें ग्रेस अंक दिए गए। यूपीएससी के पूर्व चेयरमैन की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है जो एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी। इसके बाद इन छात्रों के बारे में फैसला होगा। एनटीए महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह ने पेपर लीक की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि परीक्षा की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया गया है।

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के 7 साल के कार्यकाल में 11 परीक्षाएं रद्द की गईं 

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के 7 वर्ष  साल के कार्यकाल में 11 परीक्षाएं रद्द हुईं जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। अपने शासनकाल को बेहतर मानने वाले मुख्यमंत्री की असफलता का इससे बड़ा मानक क्या होगा?

-साल 2017 में जब योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने, उसी साल दरोगा भर्ती परीक्षा हुई थी, जिसका पेपर लीक हो गया था।
-साल 2018 में यूपीपीसीएल, यूपीएसएसएससी लोअर सबार्डिनेट और यूपीएसएसएससी ट्यूबवेल ऑपरेटर का पेपर लीक हुआ।

-ग्राम विकास अधिकारी में खूब धांधली हुई, रिज़ल्ट आज तक घोषित नहीं हुआ।

-उत्तर प्रदेश आरक्षी नागरिक पुलिस परीक्षा में पेपर ही गलत बंट गया था और परीक्षा रद्द की गई।

-प्राइमरी स्कूल सहायक शिक्षक भर्ती के रिजल्ट में भी जमकर धांधली हुई, जिसका नतीजा आज तक नहीं आया है।

-साल 2021 में यूपीएसएसएससी पेट परीक्षा का पेपर लीक हो गया था।

-इसी साल यूपी TET का पेपर भी लीक हो गया।

-वन विभाग गार्ड की भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया गया।

-सहायता प्राप्त स्कूल शिक्षक व प्रधानाचार्य परीक्षा में भी धांधली सामने आई थी।

-अब यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया गया।

-इसी वर्ष 11 फरवरी को यूपी लोकसेवा आयोग की तरफ से RO-ARO की परीक्षा करवाई गई थी, जिसे बाद में रद्द कर दिया गया।

नरेंद्र मोदी ने अभी शपथ भी नहीं ली है और NEET परीक्षा में हुई धांधली : राहुल गाँधी 

राहुल गाँधी ने सोशल मीडिया एक्स पर नीट पेपर में हुई धांधली अपनी एक पोस्ट में लिखा नरेंद्र मोदी ने अभी शपथ भी नहीं ली है और NEET परीक्षा में हुई धांधली ने 24 लाख से अधिक स्टूडेंट्स और उनके परिवारों को तोड़ दिया है। राहुल गाँधी ने आगे लिखा शिक्षा माफिया और सरकारी तंत्र की मिलीभगत से चल रहे इस ‘पेपर लीक उद्योग’ से निपटने के लिए ही कांग्रेस ने एक रोबस्ट प्लान बनाया था। हमने अपने मैनिफेस्टो में कानून बना कर छात्रों को ‘पेपर लीक से मुक्ति’ दिलाने का संकल्प लिया था।

भाजपा राज में पेपर लीक से युवाओं में हताशा : अखिलेश यादव 

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर नीट परीक्षा की शुचिता पर सवाल खड़ा करते हुए लिखा पूरे देश में डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए प्रवेश परीक्षा के रूप में ली जानेवाली नीट (NEET) परीक्षा (पूर्व में CPMT/PMT के नाम से प्रचलित) के रिज़ल्ट में सैकड़ों अभ्यर्थियों के 100% नंबर आए हैं। इनमें भी एक ही परीक्षा केंद्र से कई लोगों के एक साथ 100% नंबर आना, एक बड़ी धांधली की ओर संकेत करता है। इससे देश का युवा व्यवस्था में विश्वास खोने लगा है। युवाओं की हताशा का मतलब है कि भविष्य हताश है।

लाखों छात्रों की आवाज को अनसुना कर रही सरकार: प्रियंका गाँधी

कांग्रेस की प्रियंका गाँधी ने नीट (NEET) परीक्षा में धांधली सरकार को घेरते हुए सोशल मीडिया एक्स पर लिखा ‘पहले NEET परीक्षा का पेपर लीक हुआ और अब छात्रों का आरोप है कि इसके रिजल्ट में भी स्कैम हुआ है। एक ही सेंटर के 6 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिलने पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और कई तरह की अनियमितताओं की बातें सामने आ रही हैं। सरकार लाखों छात्रों की आवाज को अनसुना क्यों कर रही है?

नीट की परीक्षा में धांधली की बात सामने आने पर कई जगहों पर छात्रों ने खुदकुशी भी कर ली। परीक्षा में इस प्रकार की धांधली का मामला सामने आने पर छात्रों के साथ ही अभिभावकों में भी निराशा का भाव देखने को मिल रहा है। वे सिर्फ एक ही सवाल कर रहे हैं कि किस तरह से अपने बच्चों का भविष्य बचाया जाय। दूसरी ओर सरकार आए दिन परीक्षाओं  में हो रही धांधली को रोकने में नाकाम साबित हो रही है। यही नहीं वह इन परीक्षाओं को सकुशल संपन्न कराने की दिशा में कोई विशेष पहल करते हुए भी नहीं दिखाई दे रही है।

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