वाराणसी के बेलवाँ नट बस्ती में 6 दिसंबर को बाबा साहब के महापरिनिर्वाण दिवस पर याद करते हुए नट समुदाय संघर्ष समिति के संयोजक ने उड़ान - मानवाधिकार और सामाजिक न्याय संस्थान नामक ट्रस्ट की स्थापना की। यह संगठन मानवाधिकार, सामाजिक न्याय और विमुक्त घूमन्तु समुदायों के कल्याण के लिए काम करेगा।
अम्बेडकर जानते थे कि सामाजिक संरचनाओं और गहराई से जड़ जमाए पूर्वाग्रहों को खत्म करने के लिए कानूनी और राजनीतिक सुधार किया जाना जरूरी है। वे चाहते थे कि उत्पीड़ित समुदाय इस के विरोध में आवाज उठाए और सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए उनके साथ हुए अन्याय के खिलाफ आंदोलन करे। सफल आंदोलन के लिए शिक्षा और संगठन के महत्व पर भी जोर दिया। वे कहते थे कि शिक्षित और संगठित समुदाय अपनी शिकायतों को व्यक्त करने, अपने अधिकारों की मांग के लिए और यथास्थिति की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। आज उनके 68वें महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें याद करते हुए..