यह घटना योगी आदित्यनाथ की पुलिस जिसने 10933 एनकाउंटर, जिसमें 183 के मारे जाने और 5040 के घायल जिसमें ज्यादर लोगों के घुटने में गोली मारी गई की सच्चाई को भी उजागर करती है। जो पुलिस हत्यारों के सामने गोली चलाना तो दूर बंदूक पिस्टल निकालने की हिम्मत नहीं कर पाते, उसने कैसे इन मुठभेड़ों को अंजाम दिया। असद के पास विदेशी पिस्टल की बरामदगी पर सवाल उठाने वाली पुलिस बताए कि इन हत्यारों के पास कहां से इतनी महंगी पिस्टल आई।