हर पांच मिनट में एक हेलीकाप्टर केदारनाथ मंदिर क्षेत्र में शोर मचा रहा है। इस नए संकट पर विशेषज्ञों का कहना है कि हेलीकाप्टर के लिए पवित्र मंदिर के ग्लेशियर को काटकर हेलीपैड बनाया गया है। इसके शोर से घाटी के दरकने और हेलीकाप्टरों के धुएं यानी कार्बन उत्सर्जन से पूरा इलाका खतरे की जद में है
रेणी गाँव के लोग निराश हैं। गाँव में गौरा देवी की आदमकद प्रतिमा थी जो अब वहाँ से हटा दी गयी है। नेताओं को इसका कोई दर्द नहीं कि एक आदिवासी महिला, जिसने हमारे देश को दुनिया के पर्यावरणवादियों की नज़र में ऊंचा स्थान दिलवाया उसका गाँव ख़त्म होने वाला है। वह जगह हमारे नक़्शे से गायब हो सकती है जहाँ से दुनिया को चिपको का सन्देश मिला।