वर्ष 2014 के बाद भारत की धर्ननिरपेक्षता पर लगातार हमला हुआ है। देश में हिंदुत्ववादी विचारधारा ने लगातार सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश की है। रोजाना एक-दो खबरें सुनाई दे रही हैं। केवल पुलिस-प्रशासन ही नहीं बल्कि जनप्रतिनिधि भी गैर जिम्मेदाराना बयान दे आग भड़का रहे हैं।
नेहरू की आधुनिक भारत के मंदिरों की परिकल्पना को भी किताबों से हटा दिया गया है। आखिर नेहरू और सांप्रदायिक सोच एक ही किताब में एक साथ कैसे रह सकते थे। जो वाक्य हटाया गया है वह यह है: 'आखिर इस जगह, इस भाखड़ा नंगल से महान क्या हो सकता है जहाँ हजारों-लाखों ने अपना खून-पसीना बहाया और अपने जीवन का बलिदान भी दिया।