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हिंदुत्व के खात्मे के लिए भूमि सुधार अनिवार्य (डायरी 12 नवंबर, 2021)
मनुष्य होने की पहली शर्त यही है कि वह जड़ न रहे। जड़ता मनुष्य को पशुओं से भी अधिक हिंसक बना देती है। रही...
कफनचोर (डायरी 6 नवंबर, 2021)
साहित्य को लेकर एक सवाल मेरी जेहन में हमेशा बना रहता है। सवाल यही कि उस साहित्य को क्या कहा जाय, जिसके पात्र और...
बेपेंदी का लोटा बनते जा रहे हैं दलित-बहुजन डायरी (24 जुलाई, 2021)
हम मनुष्यों की एक सीमा होती है। मुमकिन है कि अन्य पशुओं में भी ऐसा होता होगा। अब चूंकि उनकी भाषा हमें समझ में...

