खेती किसानी में अच्छी बारिश और उचित मात्रा में खाद का छिड़काव करना जरूरी होता है। लेकिन सरकारी वितरण केंद्र पर मिलने वाली रियायती दरों पर खाद उपलब्ध नहीं होने की वजह से किसान लगातार भटक रहे हैं।
पिछले डेढ़ दशक से कंपनी के मुनाफा बढ़ता गया और इसके साथ ही हादसे भी। कंपनी ने मेंटिनेंस पर फोकस कम करके मुनाफे पर फोकस ज़्यादा कर दिया। नतीजन अमौनिया गैस रिसाव के मामले और दूसरी दुर्घटनायें बढ़ने लगीं। मजदूरों के लिए हालात बदतर होते गये हैं।