शिकायत में अक्षय ने कहा कि कुछ दिनों बाद मौलवी ने उनकी माँ से कहा कि अगर वह अपना धर्म परिवर्तन कर लें तो उन्हें बेहतर परिणाम मिलेंगे। उन्होंने बताया कि मौलवी के सुझाव के बाद उनकी माँ ने अपने घर से हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां और तस्वीरें हटा दीं और अपने बच्चों और अन्य सदस्यों को इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया। अपर पुलिस उपायुक्त (एसीपी) नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि मौलवी सरफराज को शुक्रवार को मोरटी गांव के तिराहा से गिरफ्तार कर लिया गया। सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान सरफराज ने पुलिस को बताया कि वह पिछले आठ साल से इलाके में झाड़ फूंक का काम कर रहा था और बीमार लोगों को बुरी आत्माओं से बचाने के लिए इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करता था। एसीपी ने आगे कहा कि सरफराज पर उत्तर प्रदेश गैरकानूनी धार्मिक रूपांतरण निषेध अधिनियम और ड्रग्स और जादुई उपचार अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
गाजियाबाद में धर्म परिवर्तन कराने वाला मौलवी गिरफ्तार
गाजियाबाद (भाषा)। गाजियाबाद पुलिस ने ऐसे मौलवी को गिरफ्तार किया है, जो लोगों को भूत-प्रेत, बुरी आत्माओं का डर दिखाकर उन्हें इस्लाम अपनाने के मजबूर करता था। हिंदू महिला को उसने इतना भड़का दिया था कि महिला अपने परिवार पर इस्लाम अपनाने का दबाव बनाने लगी थी। महिला के बेटे अक्षय श्रीवास्तव ने 36 वर्षीय […]
गाजियाबाद (भाषा)। गाजियाबाद पुलिस ने ऐसे मौलवी को गिरफ्तार किया है, जो लोगों को भूत-प्रेत, बुरी आत्माओं का डर दिखाकर उन्हें इस्लाम अपनाने के मजबूर करता था। हिंदू महिला को उसने इतना भड़का दिया था कि महिला अपने परिवार पर इस्लाम अपनाने का दबाव बनाने लगी थी। महिला के बेटे अक्षय श्रीवास्तव ने 36 वर्षीय मौलवी सरफराज पुत्र शमसाद अली, निवासी मधुबन बापूधाम के खिलाफ नंदग्राम थाने में मामला दर्ज कराया था। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि उनकी माँ मीनू (45) को 2017 से कुछ मानसिक और शारीरिक परेशानी हो रही थी। कुछ परिचित लोगों की सलाह मानकर वह मौलवी के पास पहुंचीं, जिसने झाड़-फूंक से इलाज शुरू कर दिया।