हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बृहस्पतिवार को बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। असंतुष्ट कांग्रेस नेता मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए निर्वाचन अधिकारी (आरओ) के कार्यालय में पहुंचे।
पप्पू यादव जब आरओ कार्यालय पहुंचे तो वहां कोई भी कांग्रेस नेता मौजूद नहीं था। अपना नामांकन दाखिल करने से कुछ क्षण पहले उन्होंने घोषणा की, ‘मैं अपनी आखिरी सांस तक कांग्रेस के साथ रहूंगा।’
नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मुझे कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है। मैं एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहा हूं… कई लोगों ने मेरी राजनीतिक हत्या करने की साजिश रची। पूर्णिया की जनता ने हमेशा पप्पू यादव को जाति-धर्म से ऊपर रखा है। मैं ‘इंडिया’ गठबंधन को मजबूत करूंगा… और मेरा संकल्प राहुल गांधी को मजबूत बनाना है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं पूर्णिया से सिर्फ इसलिए चुनाव लड़ रहा हूं क्योंकि यहां के लोग चाहते थे कि मैं चुनाव लड़ूं। मैं पूर्णिया, सीमांचल और बिहार के लोगों के कल्याण के लिए लड़ता रहूंगा।’
नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद सोशल मीडिया एक्स पर अपने सन्देश में पप्पू यादव ने लिखा ‘दूर करेंगे दस साल का दंश, पूर्णिया के आशीर्वाद के संग।’
दूर करेंगे दस साल का दंश
पूर्णिया के आशीर्वाद के संग pic.twitter.com/pfeXmQBCaj— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) April 4, 2024
सीट बंटवारे के दौरान INDIA गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के हिस्से में यह सीट आई थी। राजद की उम्मीदवार बीमा भारती ने बुधवार को राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की उपस्थिति में पूर्णिया लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।
1990 के दशक में पूर्णिया सीट का तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके पप्पू यादव कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आश्वासन प्राप्त होने का दावा करते रहे हैं।
पूर्णिया में दूसरे चरण में होगा मतदान
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में जिन सीट पर मतदान होगा उनमें पूर्णिया भी शामिल है। नामांकन दाखिल करने से एक दिन पहले बुधवार को पप्पू यादव ने कहा था, ‘जिन्होंने मुझे अपमानित किया है उन्हें 26 अप्रैल को मां पूर्णिया द्वारा दंडित किया जाएगा, वे अपनी जमानत खो देंगे।’
पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन कांग्रेस से राज्यसभा सांसद हैं। यादव ने एक पखवाड़े पहले बेटे सार्थक के साथ 2015 में स्थापित की गयी अपनी पार्टी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर लिया था।
पप्पू यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर मधेपुरा लोकसभा सीट जीतने के एक साल बाद ही पार्टी से नाता तोड़ते हुए जन अधिकार पार्टी बनाई थी।
पूर्णिया और मधेपुरा के साथ सुपौल सीट भी इंडिया गठबंधन के बीच सीट बंटवारे के तहत राजद के खाते में चली गई। इससे पप्पू यादव की अब सुपौल सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की योजना विफल हो गई। सुपौल सीट का प्रतिनिधित्व पहले रंजीत रंजन करती थीं। कुछ दिन पहले पप्पू यादव ने केरल के वायनाड का उदाहरण देते हुए पूर्णिया में ‘दोस्ताना लड़ाई’ होने की संभावना जतायी थी।
केरल में वायनाड सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार राहुल गांधी को भाकपा के एनी राजा द्वारा चुनौती दी जा रही है। कांग्रेस की तरह भाकपा भी ‘इंडिया’ गठबंधन की सहयोगी पार्टी है।