नई दिल्ली/रायगढ़। ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के कुछ घटक दलों के पाला बदलकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने के बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने रविवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘मजबूत’ है और इसकी सामूहिक ताकत से चिंतित भारतीय जनता पार्टी राजनीतिक परिदृश्य में ‘उन्मत बदलाव’ लाने की कोशिश कर रही है।
पायलट ने एक साक्षात्कार में कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा हैं और उन्होंने विश्वास जताया कि उनके (बनर्जी) साथ सीट-बंटवारे को लेकर बातचीत के दौरान आगे का कोई रास्ता निकलेगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा स्वयं को 370 सीट और राजग को 400 से अधिक सीट मिलने की बात कर रही है, जो जमीनी स्तर पर व्यावहारिक आकलन के बजाय ‘डींग हांकने वाला बयान और शब्दाडम्बर’ है।
उल्लेखनीय है कि इंडिया गठबंधन के सूत्रधार माने जाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ दिनों पूर्व बीजेपी का दामन थाम लिया। ऐसे में इंडिया गठबंधन के अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा होने लगा कि क्या यह गठबंधन लोकसभा चुनाव मजबूती से लडे़गा या इसमें शामिल कुछ और दल भी दूसरी पार्टियों के पाले में जा सकते हैं ?
आने वाले समय में इंडिया गठबंधन को और भी झटके लग सकते हैं क्योंकि बीजेपी चुनाव से पूर्व छोटे-छोटे दलों को हर हाल में अपनी तरफ मिला लेना चाहती है। इसके लिए वह हर हथकंडे भी अपना रही है। ईडी, सीबीआई हो या फिर कहें प्रलोभन या पुरस्कार। मोदी ने अपने दो कार्यकाल में कुल मिलाकर नौ लोगों को भारत रत्न दे दिया। पुरस्कारों का यह खेल भी कहीं न कहीं से राजनीतिक पार्टियों को अपने पक्ष में करने की ही एक रणनीति का हिस्सा है। चैधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा होते ही बीजेपी से बीजेपी से खार खाने वाले जयंत चैधरी ने कहा कि मैं किस मुंह से सरकार की प्रशंसा करू।
ऐसे में आने वाले समय में जयंत चैधरी बीजेपी से हाथ मिला लें तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।
बहरहाल, सचिन पायलट का यह बयान काफी मायने रखता है कि कुछ नेताओं के पाला बदलने से इंडिया पर असर नहीं पड़ेगा।