नयी दिल्ली। कांग्रेस ने आयकर विभाग द्वारा 1,823 करोड़ रुपये के कथित कर बकाये को लेकर भेजे गए नोटिस के खिलाफ शनिवार को कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि वह केंद्र के ‘कर आतंकवाद’ से नहीं डरेगी।
इस पर, भाजपा ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी दल ‘कर धोखाधड़ी’ करने के बाद देश को गुमराह कर रहा है और कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने कहा, ‘मुझे भी कल रात आयकर से एक नोटिस मिला, जबकि उस मामले का पहले ही निपटारा हो चुका है। मैं और मेरे निजी सहायक तथा बाकी सभी लोग हैरान थे।’
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं से जुड़े कई मामले हैं, जिनके खिलाफ कोई कार्रवाई होने की उम्मीद नहीं है। हालांकि उन्होंने मामलों का विवरण सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने एक बयान में कहा, ‘विपक्षी दलों को आक्रामक तरीके से निशाना बनाने वाला आयकर विभाग रहस्यमय तरीके से भाजपा के कर उल्लंघनों पर आंखें मूंद लेता है। जनता इतनी अज्ञानी नहीं है कि यह सवाल न करे कि आयकर विभाग की आंखों पर पट्टी कौन बांध रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘आगामी लोकसभा चुनाव में आसन्न हार से भयभीत भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने के लिए आयकर विभाग, ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) जैसी स्वायत्त संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है।’
सिद्धरमैया ने कहा, ‘इस हथकंडे के तहत उसने हमारी पार्टी के खिलाफ ‘कर आतंकवाद’ का इस्तेमाल किया है। भाजपा इस भ्रम में है कि वह हमारी पार्टी को कमजोर करके चुनाव जीत सकती है।’
भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार अलग-अलग तरीकों से कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश कर रही है, लेकिन पार्टी इन हथकंडों से डरने वाली नहीं है।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) ने तिरुवनंतपुरम में आयकर विभाग कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया।
केपीसीसी अध्यक्ष एम.एम. हासन ने विरोध प्रदर्शन की शुरुआत करते हुए केंद्र की भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखे हमले किये। उन्होंने आरोप लगाया, ‘भाजपा का उद्देश्य कांग्रेस पार्टी का आर्थिक रूप से गला घोंटना और उसे चुनाव संबंधी गतिविधियों से पूरी तरह दूर रखना है।’
भाजपा ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस की प्रतिक्रिया उसके ‘अहंकार’ को दर्शाती है और सवाल किया कि क्या विपक्षी दल के लिए एक अलग कानून होना चाहिए।
सत्तारूढ़ पार्टी ने दावा किया कि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस एकल अंक में सिमट जाएगी, क्योंकि वह ‘कर धोखाधड़ी’ में शामिल होने के बाद आयकर नोटिस के मुद्दे पर लोगों को ‘गुमराह’ करने की कोशिश कर रही है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जम्मू में कहा, ‘कांग्रेस अपने छह दशक के शासन के कारण अब भी अहंकारी बनी हुई है। यदि अन्य राजनीतिक दल आयकर कानूनों का सम्मान कर रहे हैं, तो कांग्रेस क्यों नहीं।’
मंत्री ने यहां आयोजित जनसभा से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘क्या पार्टी के लिए अलग कानून होना चाहिए? क्या कांग्रेस कानून का उल्लंघन नहीं कर रही है? यदि उन्हें कर छूट प्राप्त थी, तो उन्हें बस अपना रिटर्न दाखिल करना था, लेकिन वे ऐसा करने में विफल रहे। और दूसरी बात, उन्हें चंदे के रूप में भारी नकद मिला है, लेकिन उन्होंने इससे संबंधित जानकारी घोषित नहीं की है।’
भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और पार्टी के अन्य नेता आयकर विभाग को अपनी टिप्पणियों से धमकाने की कोशिश कर रहे हैं।
इस्लाम ने कहा, ‘कर धोखाधड़ी करने के बाद कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।’ उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस के अन्य नेता संस्थान (आयकर विभाग) को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर संस्थाओं को जितना धमकाने की कोशिश करेगी, उतना ही देश की जनता के सामने बेनकाब हो जाएगी।’
असम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज साठे ने कहा कि पार्टी ने उम्मीदवारों से जनसंपर्क के दौरान आर्थिक मदद मांगने को कहा है। उन्होंने कांग्रेस को आयकर विभाग द्वारा भेजे गए नोटिस को ‘भाजपा का कर आतंकवाद’ करार दिया।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सचिव साठे ने गुवाहाटी में आरोप लगाया, ‘हम कहते रहे हैं कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है और यह अब हकीकत में बदल रहा है। यह भाजपा के कर आतंकवाद का एक और उदाहरण है। आयकर विभाग ने कांग्रेस पर जुर्माना लगाया है, लेकिन भाजपा को छूट दी गई है।’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘भाजपा, आयकर दावा नोटिस भेजकर कांग्रेस को परेशान करने की कोशिश कर सकती है, लेकिन कांग्रेस न तो डर रही है और न ही कमजोर हो रही है। हम तैयार हैं, हम इससे पार पाएंगे और हम विजयी होंगे!’
मोदी सरकार ने कांग्रेस पार्टी के बैंक खाते फ्रीज नहीं किए हैं, बल्कि भारत के लोकतंत्र को फ्रीज किया है।
ये ‘टैक्स टेररिज्म’ है। इसी अन्याय के खिलाफ आज @INCUttarPradesh के साथियों ने आवाज बुलंद की।
हम इस दमनकारी सरकार के मंसूबों को सफल नहीं होने देंगे। pic.twitter.com/Lkscz54jWi
— Congress (@INCIndia) March 30, 2024
कांग्रेस ने कहा, ‘मोदी सरकार ने कांग्रेस पार्टी के बैंक खाते फ्रीज नहीं किए हैं, बल्कि भारत के लोकतंत्र को फ्रीज किया है। यह कर आतंकवाद है।’ पार्टी ने जयपुर, लखनऊ, चंडीगढ़ और अन्य राज्य की राजधानियों में विरोध प्रदर्शन किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने शनिवार को दावा किया कि कांग्रेस को आयकर विभाग का नोटिस देश के सभी राजनीतिक दलों और जनता के लिए भी एक चेतावनी है, जिससे दलों को नष्ट करने की भाजपा की मंशा का पता चलता है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘इसका (भाजपा का) ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ का एजेंडा कुछ और नहीं, बल्कि ‘एक देश, एक पार्टी’ है। यह चेतावनी सभी के लिए है।’ उन्होंने कहा कि लोगों को जल्द ही इसका एहसास होगा।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरिश रावत ने कहा, ‘सत्तारूढ़ दल ने पहले चुनावी बॉण्ड के नाम पर अपना खजाना भरा और फिर कांग्रेस को पंगु बनाने के लिए उसके खाते और उसे मिले चंदे को भी जब्त कर लिया। अब आयकर विभाग द्वारा नोटिस जारी किए जा रहे हैं।’
कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) को शनिवार और रविवार को अपने-अपने राज्यों में राज्य और जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करने के लिए कहा था। उन्होंने इन प्रदर्शनों में वरिष्ठ नेता और पार्टी पदाधिकारी को भी शामिल होने को कहा।
वेणुगोपाल ने सभी पीसीसी अध्यक्षों, कांग्रेस विधायक दल के नेताओं, एआईसीसी महासचिवों, प्रभारियों और सहयोगी संगठनों के प्रमुखों को लिखे अपने पत्र में कहा, ‘जैसा कि आप अच्छी तरह से जानते हैं, भाजपा द्वारा भारतीय लोकतंत्र को विफल करने की व्यवस्थित गतिविधि खतरनाक गति से आगे बढ़ रही है।’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘आम चुनाव से ठीक पहले फरवरी में प्रमुख विपक्षी दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बैंक खातों को फ्रीज करने के अवैध प्रयास एक महीने से जारी है। कल, हमें आयकर विभाग से 1823.08 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए ताजा नोटिस मिला। पहले ही आयकर विभाग ने हमारे बैंक खाते से जबरन 135 करोड़ रुपये निकाल लिये।’