कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के बीच गृह मंत्री अमित शाह की मणिपुर में चुनावी रैली को लेकर भाजपा के रुख पर सवाल खड़े किए हैं। आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के इंफाल में चुनावी रैली को संबोधित किया है। वहीं मणिपुर के कुकी समुदायों से जुड़े संगठनों ने आज लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।
कांग्रेस ने सोमवार को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने पूछा, ‘पूर्वोत्तर के इस राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त होने के बावजूद मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मणिपुर के मुख्यमंत्री को क्यों बचा रहे हैं?’
नरेंद्र मोदी जी बार-बार तमिलनाडु और केरल जाते हैं, लेकिन उन्हें मणिपुर जाने की हिम्मत नहीं हो रही।
मणिपुर में 19 अप्रैल को चुनाव होने वाले हैं, लेकिन वे चुनाव प्रचार के लिए भी वहां नहीं गए।
यह देश के लिए काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देश का एक राज्य जल रहा है, लेकिन… pic.twitter.com/4XHB8Xugi0
— Congress (@INCIndia) April 15, 2024
जयराम रमेश ने प्रेसवार्ता में कहा, ‘प्रधानमंत्री ने मणिपुर में भाजपा निर्मित संकट को लेकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है। हालाँकि उनके गृहमंत्री को आज राज्य में प्रचार करने का समय मिल गया है। हमें उम्मीद है कि वह प्रधानमंत्री की ओर से कुछ सवालों के जवाब देने की पहल करेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘तीन मई, 2023 के बाद से जब मणिपुर में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़की, प्रधानमंत्री ने एक बार भी राज्य का दौरा नहीं किया। उन्होंने राज्य के विधायकों या किसी अन्य राजनीतिक प्रतिनिधि को न तो मिलने का समय दिया है और न ही उन्हें फोन किया है। इस बीच, राहुल गांधी ने स्थिति को समझने और मणिपुर के लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए दो बार राज्य का दौरा किया।’
मणिपुर में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त
मणिपुर के हालत बताते हुए जयराम रमेश ने कहा, ‘मणिपुर में स्थिति गृह युद्ध की कगार पर है, कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। 200 से अधिक लोग मारे गए हैं, 60,000 से अधिक विस्थापित हुए हैं और राज्य पुलिस के हजारों हथियार चुरा लिए गए हैं। बीएसएफ जवानों पर गोली चलाई गई है, पुलिसकर्मी मारे गए हैं और भीड़ ने सरकारी कार्यालयों में घुसकर आगजनी की है।’
जयराम रमेश ने प्रश्न किया, ‘प्रधानमंत्री मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह को क्यों बचा रहे हैं? क्या यह मणिपुर की वास्तविकता के प्रति उदासीनता है, या यह हिंसा का मौन समर्थन है?’
अमित शाह ने इंफाल में चुनावी रैली को संबोधित किया
मणिपुर के इंफाल में एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘यह चुनाव, मणिपुर को तोड़ने की कोशिश कर रही और उसे एकजुट रख रहीं ताकतों के बीच है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर और मणिपुर की किस्मत बदलने पर देश की किस्मत भी बदल जाएगी। उन्होंने कहा कि मणिपुर की जनसांख्यिकी बदलने के लिए घुसपैठ की कोशिशें हो रही हैं।’
कुकी समुदाय से जुड़े संगठनों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की इम्फाल में रैली के दौरान आज ही मणिपुर के कुकी समुदायों से जुड़े संगठनों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वे ‘न्याय नहीं तो वोट नहीं’ नारे के साथ आम चुनाव का बहिष्कार करेंगे। कुकी समुदाय के लोगों ने घोषणा की है कि वे लोकसभा चुनाव में अपना कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारेंगे।
आपको बता दें कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं आज भी जारी हैं। बीते शुक्रवार को तेंगनौपाल जिले में सशस्त्र ग्रामीण स्वयंसेवकों और अज्ञात लोगों के बीच हुई गोलीबारी में तीन लोग घायल हुए थे। बीते शनिवार को इम्फाल पूर्वी जिले में 2 सशस्त्र समूहों के बीच हुई गोलीबारी में कुकी समुदाय से जुड़े 2 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम ने केंद्रीय सुरक्षा बालों की कार्यप्रणाली पर सवाल भी उठाए थे।