वर्मा चौराहे का पानी गढ़ीवा एवं ज्वालागंज का पानी तालाब में जाता था। लेकिन फैले हुए अतिक्रमण और तालाबों के बिगड़े स्वरूप ने रास्ते बन्द कर दिये, जिससे जलभराव की समस्या बढ़ गयी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक कारणों से फतेहपुर शहर का अतिक्रमण साफ नहीं हो पा रहा है और तालाब कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी नहीं होती है। नाला-नालियों के निर्माण में छोटे को बड़ा और बड़े को छोटा किया गया। उदाहरण के तौर पर अरबपुर में मासूक की पुलिया से सीधा पूरब की ओर देखें तो पता चल जायेगा कि अतिक्रमण के चलते सफाई नहीं हो पाती है। लगभग 10 साल से सफाई नहीं हुई है।