Sunday, May 19, 2024

अमन विश्वकर्मा

अमन विश्वकर्मा गाँव के लोग के सहायक संपादक हैं।

सोलह फरवरी को औद्योगिक हड़ताल और ग्रामीण बंद को सफल बनाने की अपील

रायपुर। ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच और संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर छत्तीसगढ़ में भी 16 फरवरी को औद्योगिक हड़ताल और ग्रामीण...

यूपी के बलिया व सोनभद्र में फर्जीवाड़े की भेंट चढ़ी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, आठ के खिलाफ रपट, ADO निलम्बित

बलिया/ सोनभद्र। यूपी के बलिया और सोनभद्र में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। बलिया में उन महिलाओं की...

बीएचयू के ‘एसएसबी’ का डिजिटल लॉक दिल के मरीजों को भगा रहा है, दो वर्षों में 30 हजार लोग प्रभावित

वाराणसी। पूर्वांचल का एम्स कहे जाने वाले बीएचयू में आने वाले दिल के मरीज़ों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। उन्हें निजी अस्पतालों की...

आर्थिक सशक्तीकरण और आत्मनिर्भरता के लिए चल रही योजनाएँ कितनी कारगर?

वाराणसी। महिला सशक्तीकरण और लैंगिक समानता के मामले में भारत पिछड़ रहा है। साथ ही उसकी लिस्टिंग भी विश्व के पिछड़े देशों में दर्ज...

‘गौरक्षा’ के नाम पर राजनीति करने वाली सरकार में बेहाल हैं गोवंश, पशुओं को नोच रहे कुत्ते

गाजीपुर/ सुलतानपुर। गौरक्षा का संकल्प लेकर वोट जुटाने वाली भाजपा सरकार में गोवंशों की क्षति हो रही है। हालत यह है कि गोवंश आश्रय...

रेलवे : तीन लाख खाली पदों के बाद मात्र 5600 पदों की भर्तियां निकली, युवाओं ने जाहिर की नाराज़गी

वाराणसी। रेलवे विभाग द्वारा आज ड्राइवर पद के लिए 5696 भर्तियाँ निकाली गई हैं। छह वर्षों में पहली बार रेलवे ने नौकरी के लिए...

यूपी: गोंड महासभा का आरोप, शिक्षक भर्ती की तरह पुलिस भर्ती में ‘खेल’ कर सकती है सरकार

वाराणसी। यूपी के कई जिलों में बसने वाले गोंड समुदाय के लोग वर्षों से अनुसूचित जनजाति प्रमाण-पत्र के लिए कोशिश कर रहे हैं, लेकिन...

चीन : खदान में कोयले और गैस के भीषण विस्फोट से 10 लोगों की मौत, छह मजदूर लापता

चीन। पिंगदिंगशन स्थित कोयले के एक खदान में भीषण विस्फोट हो जाने के कारण 10 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 6 मजदूर...

मौत और हादसों का सबब बने चाइनीज माँझा पर लगाम जरूरी है

वाराणसी। सख्ती के बावजूद चाइनीज़ माँझा और उससे होने वाले हादसे रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। यही कारण है कि पतंगबाजी का...

वाराणसी: भूजल का लेवल प्रभावित कर रहे RO वॉटर प्लांट, कमा रहे मुनाफा, विभागों के पास कोई डाटा ही नहीं

वाराणसी। गर्मी के मौसम में हुकुलगंज के आरडी वर्मा के घर में लगा सबमसिर्बल पम्प जमीन का पानी छोड़ देता है। ढाई सौ फीट...

बनारस : ठंड में कांपते गरीब, सफाई के लिए मुस्तैद कर्मचारी नहीं देते रैन बसेरों में जगह, आधार कार्ड की करते हैं मांग

वाराणसी। भीषण ठंड और शीतलहरी के बीच पांडेयपुर-पहड़िया फ्लाईओवर के नीचे मात्र एक कम्बल ओढ़कर गीता अपने अपने तीन बच्चों (छह, चार और तीन...

वाराणसी : रामनगर में जबरन चला बुलडोजर, आंदोलन कर रहे लोगों ने बताया ‘तानाशाही’ रवैया

वाराणसी। रामनगर-टेंगरा मोड़ से पड़ाव तक सड़क चौड़ीकरण को लेकर वीडीए का बुलडोजर चलाया गया। स्थानीय नागरिकों ने इसका काफी विरोध किया, लेकिन अफसरान...

बड़ी संख्या के बावजूद श्रम अधिकारों का हिस्सा नहीं बन पा रहे गिग वर्कर

वाराणसी। ‘कड़ी धूप, बारिश और कड़ाके की ठंड में सामान पहुँचाने के बावजूद प्राइवेट कम्पनियाँ छोटी-छोटी गलतियों पर हमारा आईडी ब्लॉक कर देती हैं,...

भोज मंत्री का, पनीर प्रधान का, चूल्हा रिश्तेदार का, घी बाजार का, केवल आग दलित की

मिर्जापुर। चुनाव करीब है और चुनावी छल के 'खेल' भी शुरू हो चुके हैं। जिस तरह शतरंज के खेल में जीतता हमेशा राजा है...

नकदी खेती किसानों के लिए घाटे का सौदा बनती जा रही है

वाराणसी। त्योहारों के चलते पूरे देश में उत्सव का माहौल है। एक के बाद एक त्योहार आ रहे हैं। नवरात्रि के बाद दशहरा और...

लीपापोती की ‘राजनीति’ की भेंट चढ़ती जा रही है गैंगरेप पीड़िता की आवाज़

वाराणसी। ‘बीएचयू के आईआईटी की छात्रा से गन प्वॉइंट पर छेड़खानी और बदसलूकी के मामले को आज पूरे दस दिन हो गए हैं। बावजूद...

मिट्टी और चाक ने कुम्हारों के जीवन को जहाँ का तहाँ रोक दिया है

वाराणसी। समय के साथ काफी चीजें बदली हैं, लेकिन मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारों की ज़िंदगी जस की तस है। इनकी आर्थिक स्थित...

देवताओं और महापुरुषों की मूर्तियाँ गढ़ने वाले नहीं गढ़ पा रहे हैं अपनी ज़िंदगी की कोई स्थायी सूरत

देश भर में लाखों शिल्पकार आज आजीविका और आवास जैसी बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे हैं। बदलते हुये हालात और जनविरोधी सरकारी नीतियों के...

पत्रकारों पर बढ़ रहा है हमला, सरकार की दिखती है मौन सहमति

वाराणसी। प्रदेश में अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता पर लगातार हमले बढ़ रहे हैं। पत्रकार अमित मौर्या ‘निर्भीक’ को सत्ता समर्थित दबंगों द्वारा मारपीट और गाली-गलौज...

सरकार के रहमोकरम की आस में बरसों से सड़क किनारे जीवन गुजार रहे शिल्पकार

वाराणसी। रोहनिया-कैंट मार्ग पर स्थित चाँदपुर चौराहे पर वाहनों के हॉर्न की आवाज़ के बीच खट-खट की मद्धिम-सी आवाज़ भी दिन-रात सुनाई देती है।...

वाराणसी के बजरडीहा वॉर्ड में ‘उपेक्षा’ का शिकार हो रहा मुस्लिम समुदाय

वाराणसी। बनारस के बजरडीहा में मुस्लिम आबादी ज्यादा है। यहाँ गलियों की अधिकता होने के नाते समस्याएँ भी काफी हैं। स्मार्ट सिटी का नाम...

वी वॉन्ट जस्टिस… सेव द सेवियर्स… के नारों के बाद BHU अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल ख़त्म

जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था, मारपीट करने वाले छात्रों की अब तक नहीं हुई गिरफ़्तारी  वाराणसी। पूर्वांचल का एम्स कहे जाने वाले...

जीवनदायिनी गंगा लील रही किसानों की ज़मीन, बरसों बीत गए मुआवजे की आस में

चंदौली। 'कटान में हमार सोरह बिस्सा जमीन चल गइल... एन बहुत रोवलन... परधानजी के साथे आउर लोगन, घरे क लोगन समझउलन तब जाके एन...

जातीय और धार्मिक विद्वेष से भरा ‘क्योटो’ का नगर निगम

नई पोखरी की दलित और मुस्लिम बस्ती तक नहीं पहुँचा 'विकास' वाराणसी। विश्व की धार्मिक राजधानी घोषित हो चुकी काशी नगरी में शीतला माता मंदिर...

हर तरफ फैला सियासी तामझाम फिर भी नहीं मिटा बनारस का जाम

वाराणसी। सरकारी विभागों के फाइलों में स्मार्ट सिटी घोषित हो चुके वाराणसी शहर की यातायात व्यवस्था अनस्मार्ट हो गई है। रुका हुआ यातायात, कुछ...

कूड़े और पानी की बदबू के बीच अटकी है हुकुलगंजवासियों की ज़िंदगी

सरकारी पानी की गंदगी के कारण खड़ा हो रहा 'आरओ वॉटर' का बाज़ार वाराणसी। 'सुना पत्रकार भइया, बनारस में अमृत जल योजना क खाली ढिंढोरा...

‘नर्क’ में रहते हैं वाराणसी के बघवानालावासी, अपना मकान भी नहीं बेच सकते

वाराणसी। हुकुलगंज के बघवानाला की गलियों में मेरे घुसते ही जमीन के किनारों से सैकड़ों-हजारों मच्छर उड़ने लगे। हाथ के पंजों से झटका देते...

दस बरस पहले बनी थी वाराणसी के कादीपुर की सड़क, अब पैदल चलना भी दूभर

वाराणसी के शिवपुर का हाल, गली में इधर-उधर फेंका जाता है कूड़ा, महज चित्रकारी तक सीमित रह गया स्वछता अभियान वाराणसी। शिवपुर में सफाईकर्मी मनमाने...

अमृत योजना का हाल- पाँच बरस में गरीबों को एक बूँद भी नहीं मिला पानी, बिल भेज दिया छह हजार

प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र महमूरगंज स्थित मलिन बस्ती के लोग काट रहे अधिकारियों और नेताओं के चक्कर आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला  वाराणसी। महमूरगंज स्थित...

महंगाई की मार से त्रस्त हुआ आम आदमी, टमाटर खाने की जगह देखने की चीज बना

वाराणसी। पांडेयपुर निवासी सुरेश तकरीबन एक सप्ताह से दाल-चावल खा रहे हैं। खाने में सब्जी अब उन्हें मयस्सर नहीं है। टमाटर के साथ अन्य...

कैसे दूर होगी एशिया की सबसे बड़ी कोयला मंडी के मजदूरों की ज़िंदगी से ‘कालिख’

  चंदौली, डीडीयू नगर। पड़ाव से डीडीयू नगर (मुगलसराय) जाने वाले मार्ग पर राहगीरों को छाँव देने वाले सैकड़ों हरे-भरे पेड़ बेरहमी से काटे जा...

दीनदयाल उपाध्याय की भव्य प्रतिमा वाले शहर में पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की उपेक्षा

पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के नाम पर बने पार्क में दुर्व्यवस्था। लोकार्पण के एक-दो साल बाद ही गायब हो गया पुस्तकालय, गंदगी से भरे उसी...

निकाय चुनाव में उसे ही वोट देंगे जो संपर्क मार्ग बनवाएगा

प्रयागराज के कई क्षेत्रों में कहीं पेयजल, कहीं ड्रेनेज तो कहीं संपर्क मार्ग बना मुद्दा लखनऊ। प्रयागराज समेत 37 जिलों में पहले चरण के तहत होने...

यहाँ पैर फिसला तो गली में नहीं, सीवर में चले जाएँगे

सांस्कृतिक संकुल स्थित टंकी की पानी को लेकर भी लोगों में काफी रोष है। बदबूदार पानी सप्लाई के कारण लोग आरओ मशीन से खरीदकर पानी पीते हैं। इस पानी के लिए प्रत्येक परिवार को आठ से नौ सौ रुपये वहन करने पड़ते हैं। गलियों के ऊपर सरकारी पानी की पाइप लाइन दौड़ाई गई है, जिसमें कई जगह छेद भी हो चुके हैं।

मछुआरों की उपेक्षा भी है नदी प्रदूषण का एक बड़ा और गम्भीर कारण

नदी एवं पर्यावरण संचेतना यात्रा अब गाँव से शहर की तरफ बढ़ने लगी है। 31 जुलाई दिन रविवार को शास्त्री घाट से निषाद राज...

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में चिंतन और चर्चा के साथ नदी एवं पर्यावरण संचेतना यात्रा की पहल

यह रिपोर्ट जब मैं लिख रहा था तो उस समय रामजी भैया बगल में बैठकर नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण का वीडियो...

जीवन का हर रंग दिख रहा है नदी यात्रा के दौरान

भौगोलिक और भौतिक दृष्टि से वरुणा नदी में पानी का स्तर कम हो जाने से आस-पास के क्षेत्रों में भू-जल स्तर की समस्या गहराती...

देहाती इलाकों में प्रदूषण कम है लेकिन प्लास्टिक कचरा नदी के लिए खतरा बन रहा है

जल, जलवायु और पर्यावरण का एक-दूसरे से तालमेल वाला सम्बंध है। दोनों एक-दूसरे के सहयोगी और पूरक हैं। इनमें से किसी में भी बदलाव होने से दूसरे का प्रभावित होना लाज़मी है। बनारस शहर में भी पर्यावरण का बदलती स्थिति देखी जा रही है। मानूसन की शुरुआत के बावजूद बारिश का उचित स्थिति में न होना पर्यावरण की भयावहता को दर्शाता है। एक समय था जब गाँवों और गलियों में छोटे-छोटे तालाबों एवं पोखरों की भरमार थी जहाँ बारिश के पानी का ठहराव होता है, इसी से भूजल की स्थिति निरंतर बनी रहती थी।

यह गंदगी तुम्हीं लोगों ने किया अब चाहे इसका पानी पियो चाहे कमाओ…

‘नदी में ई गंदगी तोही लोगन त कइला, नदी त तहू लोगन क हौ अब वही के पीया चाहे एसे कमा... गंदा तो होते...

पर्वत की चिट्ठी तू ले जाना सागर की ओर!

जबकि सदियों से हमारे देश में मनुष्य और प्रकृति के द्वारा जल का संचय होता आया है। लेकिन आज यह स्थिति बदल गई है। इसमें सरकारी तंत्र पर समाज के आश्रित हो जाने ने अहम भूमिका निभाई है। इसका परिणाम जल प्रबंधन में सामुदायिक हिस्सेदारी के पतन के रूप में सामने आया। नदी के किनारे बस रहे लोगों को पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करना होगा।