जेल में बंद सजायाफ्ता लोगों की मौत या हत्या का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी पिछले वर्ष अतीक अहमद और अरशद अहमद की पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी गई थी और कल जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। इसके पहले 26 मार्च को मुख्तार अंसारी ने तबीयत बिगड़ने के बाद आशंका जाहिर की थी कि जेल में उन्हें धीमा जहर दिया गया। इनकी मौत के बाद पीयूसीएल ने इसे मानवाधिकार का उल्लंघन बताते हुए जांच की मांग की है
राजस्थान की भाजपा सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर शैक्षणिक स्थलों को अवैज्ञानिक बातों और धार्मिक ध्रुवीवकरण की जगह बनाने को आमादा है और दलित तथा अल्पसंख्यक शिक्षक शिक्षिकाओं को लक्षित करके उनका बेवजह उत्पीड़न कर रहे हैं।
पीयूसीएल किसानों के मार्च पर केंद्र सरकार की अलोकतांत्रिक, अत्याचारी प्रतिक्रिया की कड़ी निंदा करता है। केंद्र सरकार ने हिंसक कदम उठाए हैं किसानों को उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने से रोकना घोर अन्याय है।
पीयूसीएल ने भारतीय महिला फेडरेशन की नेताओं पर मणिपुर में दर्ज एफआईआर वापस लेने की मांग की
मानवाधिकार संगठन पीयूसीएल (पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज)...