उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अक्सर दावे करती रहती है कि प्रदेश की सड़कें गड्ढा मुक्त हो चुकी हैं लेकिन सरकार के दावे की जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आती है। मिर्जापुर जिले के लालगंज तहसील और राजगढ़ के अहरौरा गांव की सड़कें आज पैदल चलने लायक भी नहीं हैं।
गाजीपुर जिले की सिधौना बाज़ार की मुख्य सड़क पिछले 8-10 वर्षों से उपेक्षा की शिकार रही है। उत्तर प्रदेश की वर्तमान बीजेपी की सरकार भले ही बारिश शुरू होने से पहले सडकों को गड्ढा मुक्त करने का फरमान जारी करती है लेकिन गड्ढा मुक्ति का उसका अभियान अभी फेल ही नजर आ रहा है।
सांस्कृतिक संकुल स्थित टंकी की पानी को लेकर भी लोगों में काफी रोष है। बदबूदार पानी सप्लाई के कारण लोग आरओ मशीन से खरीदकर पानी पीते हैं। इस पानी के लिए प्रत्येक परिवार को आठ से नौ सौ रुपये वहन करने पड़ते हैं। गलियों के ऊपर सरकारी पानी की पाइप लाइन दौड़ाई गई है, जिसमें कई जगह छेद भी हो चुके हैं।