सरकार ने अनेक योजनाएं लागू की हैं लेकिन धरातल पर उतर कर देखें तो वे सफल नहीं हो पाईं। ऐसी ही एक योजना है खुले में शौच से मुक्ति दिलाने की, जिसमें सरकार की तरफ से 12 हजार रुपए मिलते हैं लेकिन इसके बाद भी हजारों घरों में शौचालय के नाम से चारदीवारी और छत के नाम पर शेड डाल दिया गया है क्योंकि कोई भी शौचालय 12 हजार रुपए में तैयार नहीं हो सकता और जिन्हें पैसा मिलता है उनकी इतनी हैसियत नहीं होती कि खुद का पैसा लगाकर उसे बनवा पाए। इस वजह से आज भी हजारों लोग खुले में शौच जाने के लिए मजबूर है।
जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के चलते पूरी दुनिया के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। हमारे देश में इस बार पारा 50 से ज्यादा गया वहीं हर शहर, गाँव, कस्बे में पानी की भारी किल्लत झेलनी पड़ रही है। इसमें सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना झुग्गी-झोपड़ी और बस्ती में रहने वालों को करना पड़ रहा है। यदि स्थिति और खराब हुई तो इन्हें पानी के लिए तरसना पड़ेगा।
देश के हर राज्य की सरकार अपने कामकाज और विभागों को स्मार्टफोन या टैबलेट उपलब्ध करा कर ऑनलाइन काम करने की सुविधा प्रदान कर रहा है। ताकि उनके विभागों का डिजिटलाइशेन हो चुका है, लेकिन काम करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक पानी, शौचालय, पोषणाहार की व्यवस्था नहीं होगी तब तक बच्चे और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य बेहतर कैसा होगा?
राज्य सरकार की वेबसाइट पर उपलब्ध 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की औसत साक्षरता दर मात्र 45.8 प्रतिशत है। अजमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता दर औसत से भी कम मात्र 41.3 प्रतिशत है।
राजस्थान के रामगढ़ थाना क्षेत्र के मंगलेशपुर गांव में एक चौथी कक्षा में पढ़ने वाले 8 वर्षीय बालक को बेरहमी से सिर्फ इसलिए पीटा गया क्योंकि उसने हैंडपंप पर रखी बाल्टी को छू लिया था।
सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना, लकड़ी और धुएं वाले चूल्हे से महिलाओं को मुक्ति दिलाने के लिए उज्ज्वला योजना तथा शिक्षा, कृषि और चिकित्सा जैसे सुरक्षा की कई योजनाओं को धरातल पर लागू करने के लिए प्रयासरत है। परंतु इसके बावजूद इनमें से कई ऐसी योजनाएं हैं जिसका लाभ मनोहर पुरा गांव को नहीं मिल पा रहा है।
राजस्थान की भाजपा सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर शैक्षणिक स्थलों को अवैज्ञानिक बातों और धार्मिक ध्रुवीवकरण की जगह बनाने को आमादा है और दलित तथा अल्पसंख्यक शिक्षक शिक्षिकाओं को लक्षित करके उनका बेवजह उत्पीड़न कर रहे हैं।
राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले में दुष्कर्म के एक आरोपी एवं उसके साथियों ने पीड़िता को कथित रूप से गोली मार दी। घटना शनिवार रात प्रागपुरा थाने के पास उस समय हुई जब पीड़िता अपने भाई के साथ दुपहिया वाहन पर घर लौट रही थी।