वाराणसी/ आगरा/ उन्नाव। दो दिन और दो पालियों में आयोजित पुलिस भर्ती परीक्षा आज सम्पन्न हो गई। जिले में बनाए गए कुल 131 परीक्षा केंद्रों पर 73552 अभ्यर्थियों के लिए पुलिस की खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर रहीं, सॉल्वर पकड़ाए, चेकिंग अभियान भी जारी रहे। लेकिन अभ्यर्थियों को कोई व्यवस्था नहीं मिलने पर उन्हें अपनी समस्याओं का समाधान खुद ही करना पड़ा।
हालांकि, शहर से बाहर 49 स्थानों पर ठहरने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन जानकारी के अभाव में अभ्यर्थी वहाँ नहीं पहुँच सके।
पुलिस भर्ती परीक्षा में पहले दिन पकड़े गए सॉल्वरों के मद्देनज़र आज प्रशासन अधिक सतर्क दिखा। कोई दूसरा अंदर न जा सके इसलिए बायोमैट्रिक, फिंगर तथा चेहरे का मिलान करने के बाद ही अभ्यर्थियों को केंद्र के अंदर भेजा जा रहा था।
दूसरी तरफ, बीते शुक्रवार को ही हजारों की संख्या में अभ्यर्थी जिले में प्रवेश कर चुके थे। कुछ अगली सुबह आए। ठहरने और सोने की व्यवस्था नहीं होने से काफी संख्या में अभ्यर्थियों ने बस और रेलवे स्टेशनों पर ठंड के बीच अपनी रात बिताई। कोई सीढ़ियों पर सोया था तो कुछ चबूतरों पर ही लेट गए।
अगली सुबह परीक्षा की शुरुआत होने के पूर्व से लेकर देर शाम तक वाराणसी का पूरा शहर जाम की चपेट में रहा। शनिवार को शहर के प्रमुख इलाकों में आम दिनों के मुकाबले ज़्यादा भीड़ देखी गई। सुबह जब अभ्यर्थियों का रेला उमड़ा तो शहर हर तरफ जाम की चपेट में आ गया। ट्रैफिक की व्यवस्था फेल हो गई। पुलिसकर्मी जाम हटवाते नज़र आए। मरीज़ लेकर आ रहे एम्बुलेंस को काफी दिक्कत हुई।
रविवार को बंदी होने के नाते कुछ क्षेत्रों में भीड़ का दबाव कब रहा, लेकिन जाम की समस्या से निजात नहीं मिली। विभिन्न तिराहों और चौराहों पर आवागमन थम सा गया था।
एडीसीपी महिला अपराध ममता रानी ने बताया कि पहले पाली की परीक्षा 10 से 12 बजे और दूसरी पाली में तीन से पांच बजे तक परीक्षा कराई जाएगी। केंद्रों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। बताया कि जिन परीक्षा केंद्रों पर सार्वजनिक यातायात की सुविधा नहीं है, वहाँ अलग-अलग जगहों से रोडवेज की बस लगाई गई है।
दूसरी तरफ, शहर में लगे जाम के बाद अभ्यर्थी पैदल ही अपने गंतव्य को जाते देखे गए। यह दिक्कतें शनिवार को ज्यादा रहीं। अधिकतर अभ्यर्थियों के साथ उनके परिजन भी आए थे। केंद्रों पर बैग-मोबाइल की जिम्मेदारी परीजनों ने ही संभाल रखी थी।
राहुल गांधी ने सरकार को घेरा
अभ्यर्थियों को हो रही फ़जीहत के बाबत कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘एक्स’ किया है। सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उन्होंने पोस्ट किया है कि ‘आज बेरोज़गारी की बीमारी से UP का हर तीसरा युवा ग्रसित है। जहां डेढ़ लाख से अधिक सरकारी पद खाली हैं, वहां न्यूनतम योग्यता वाले पदों के लिए भी ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और PhD होल्डर्स लाइन लगा कर खड़े हैं।
पहले तो भर्ती निकलना एक सपना है, भर्ती निकले तो पेपर लीक, पेपर हुआ तो रिजल्ट का पता नहीं और लंबे इंतजार के बाद रिजल्ट आने पर भी अक्सर जॉइनिंग के लिये कोर्ट का चक्कर।
सेना से लेकर रेलवे और शिक्षा से लेकर पुलिस तक की भर्तियों का सालों साल इंतज़ार कर लाखों छात्र ओवरएज हो चुके हैं। निराशा के इस चक्रव्यूह में फंसा छात्र डिप्रेशन का शिकार होकर टूट रहा है।
डबल इंजन सरकार मतलब बेरोज़गारों पर डबल मार!
आज बेरोज़गारी की बीमारी से UP का हर तीसरा युवा ग्रसित है। जहां डेढ़ लाख से अधिक सरकारी पद खाली हैं, वहां न्यूनतम योग्यता वाले पदों के लिए भी ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और PhD होल्डर्स लाइन लगा कर खड़े हैं।
पहले तो भर्ती निकलना एक सपना… pic.twitter.com/qqNLu6ttRM
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 18, 2024
और इन सब से व्यथित होकर जब वह अपनी मांगें लेकर सड़क पर निकले तो मिलती हैं उसे पुलिस की लाठियां।
एक छात्र के लिए नौकरी सिर्फ आय का साधन नहीं, बल्कि अपने परिवार का जीवन बदल देने का सपना है और इस सपने के टूटने के साथ पूरे परिवार की आस टूट जाती है। कांग्रेस की नीतियां युवाओं के सपनों के साथ न्याय करेंगी, हम उनकी तपस्या व्यर्थ नहीं जाने देंगे।’
आगरा में फिर मिले 13 संदिग्ध
यूपी के 43 जिलों में से शनिवार को एसटीएफ और पुलिस ने 122 सॉल्वरों की गिरफ्तारी की थी। सख्ती के बावजूद रविवार को भी कई जिलों में सॉल्वर पकड़ाए। आगरा में आज फिर 13 संदिग्धों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में यह सभी अपने दस्तावेज़ नहीं दिखा सके। साथ ही कुछ के पास फर्जी आधार कार्ड बरामद हुआ है।
केंद्र के आसपास स्थित फोटो स्टेट का दुकानें बंद करवा देने से फ़जीहत
परीक्षा से पूर्व केंद्रों के बाहर सुबह से ही खुफिया पुलिस तैनात रही। अलर्ट का आलम यह रहा कि केंद्र के आसपास स्थित फोटोस्टेट की दुकानें बंद करा दी गईं, जिससे अभ्यर्थियों को दिक्कतें हुईं। प्रतापगढ़ से आए गोपाल का कहना था कि ‘सख्ती इतनी ज्यादा थी कि रुमाल तक अंदर नहीं ले जाने दिया गया।
कई अभ्यर्थियों के सामने फोटो मिलान की भी समस्याएँ आईं। अधिकतर लोगों ने अपना पूर्व का फोटो लगा रखा था, जिसमें दाढ़ी-मूँछ थी, लेकिन वह क्लीन शेव आए थे। ऐसे में अभ्यर्थियों को मुसीबतों का सामना करना, फिर भी जाँच दस्ते तसल्ली करके ही अंदर जाने दे रहे थे। उसके पहले आयरिश (रेटिना मिलान) और बायोमैट्रिक उपस्थिति भी दर्ज़ की गई।’
परीक्षा देने पहुँची महिला की हुई डिलीवरी
उन्नाव में आयोजित पुलिस भर्ती की परीक्षा देने आई गर्भवती सुनीता की डिलीवरी हो गई। बताया जा रहा है कि केंद्र पर पहली पारी की परीक्षा के दौरान ही सुनीता को लेबर पेन शुरू हो गया। इसके बाद ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने उसे अस्पताल भिजवाया लेकिन गेट पर पहुँचते ही डिलीवरी हो गई। आगरा के शुक्लागंज की रहने वाली सुनीता ने बच्ची को जन्म दिया। बीते सितम्बर माह में ही सुनीता के पति की मौत हो एक हादसे में हो चुकी है। सुनीता ने बताया कि ‘मेरे पति चाहते थे कि मैं पुलिस विभाग की नौकरी करूँ। नौकरी लगी तो अपनी बच्ची का भविष्य सही तरीके से संवार सकूँगी।’