जब यह मामला राज्य सरकार के संज्ञान में लाया गया, तो मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने संबंधित अधिकारियों को उक्त मजदूरों को वापस लाने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य श्रम आयुक्त ने लाओस में भारतीय दूतावास के समक्ष यह मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि दूतावास ने ओडिशा सरकार को सूचित किया है कि श्रमिकों की सुरक्षित भारत वापसी के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे।
मजदूरों ने ये वीडियो अपने गांव के लोगों को भेजे, जिसके बाद इन लोगों ने स्थानीय विधायक से संपर्क किया। स्थानीय विधायक ने राज्य सरकार को मामले की जानकारी दी।
बंधक बनाई गई मजदूर सरोज पलाई ने वीडियो में कहा, ‘‘हमारे पास पैसा नहीं है, भोजन नहीं है। हमें वापस लौटने नहीं दिया जा रहा।’’
भुवनेश्वर, (भाषा)। ओडिशा के 35 मजदूरों के एक समूह ने आरोप लगाया है कि जिस कंपनी के लिए वे काम करते थे, उसने उन्हें बंधक बना लिया है। मजदूरों ने अपने गांव के लोगों को वीडियो भेजकर यह जानकारी दी है और सरकार से उन्हें वापस लाने का अनुरोध किया है।
वीडियो में मजदूरों ने कहा है कि जिस प्लाईवुड कंपनी के लिए वे काम करते थे, उसका कामकाज डेढ़ माह से बंद है, लेकिन इसके बाद न तो उन्हें वापस लौटने दिया जा रहा है और न ही उन्हें भुगतान किया गया है। केंद्रपाड़ा जिले के राजकनिका ब्लॉक के मजदूरों ने आरोप लगाया कि कंपनी ने उनके पासपोर्ट भी छीन लिए हैं।