कोच्चि (भाषा)। कांग्रेस पार्टी की छात्र शाखा केरल छात्र संघ (केएसयू) के कार्यकर्ताओं ने रविवार को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के काफिले पर कथित तौर पर जूता फेंका। यह काफिला पेरुंबवूर से कोठामंगलम जा रहा था।
घटना के बाद टेलीविजन चैनलों में दिखाया गया कि पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठियां चलाईं। कुछ तस्वीरों में अज्ञात लोगों को कार्यकर्ताओं पर हमला करने का प्रयास करते हुए भी देखा गया। कुरुप्पमपाडी पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ और उन पर हमला करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
इस बीच पेरुंबवूर के विधायक एल्डोज़ कुन्नापिल्ली ने आरोप लगाया कि वामपंथी छात्रों के संगठन डीवाईएफआई के कार्यकर्ताओं ने उन पर उस वक्त हमला किया जब वह हमले में घायल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता को भर्ती कराने के लिए अस्पताल गए थे।
पेरुंबवूर पुलिस ने कहा कि उस घटना के संबंध में भी मामला दर्ज किया गया है। विपक्षी दल का आरोप है कि सरकार राजनीतिक अभियानों के लिए सरकारी तंत्र का उपयोग कर रही है।
इससे पहले भी है देश में राजनेताओं के ऊपर जूता चप्पल और स्याही फेकने की घटनाएँ होती रही हैं। अक्तूबर 2023 में कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने कथित तौर पर अन्नाद्रमुक महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामी के काफिले पर जूते फेंके, जब वह रामनाथपुरम जिले के पसुमपोन गांव के दौरे पर थे।
जब श्री पलानीस्वामी का काफिला अबीरामम के पास आ रहा था, तो एक व्यक्ति ने उस पर जूता फेंक दिया। पूर्व मुख्यमंत्री के साथ चल रहे पुलिसकर्मियों ने तुरंत उस व्यक्ति को भीड़ से पकड़ लिया और अपने साथ ले गए।
अक्तूबर 2011 में लखनऊ के झूलेलाल पार्क में छात्रों के साथ संवाद के एक कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल पर चप्पल फेंका गया था।