गाजीपुर। जिले के सेवराई तहसील में जाति प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर लेखपाल और अभ्यर्थियों के बीच जमकर मारपीट हुई। नाराज लेखपालों ने तहसीलदार रामजी से लिखित रूप से दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। इसके पश्चात सभी गहमर थाने में पहुंचे चार लोगों सहित 20 अज्ञात के खिलाफ लिखित तहरीर भी दी।
ज्ञात हो कि रेवतीपुर थाना क्षेत्र के नवली गांव के कुछ अभ्यर्थी खरवार जाति का प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सेवराई तहसील पर गए थे जिसे लेकर छात्रों का लेखपाल के साथ कुछ विवाद हो गया। बातचीत इतनी बढ़ गयी कि हाथापाई की नौबत तक आ गयी।
इस बारे में नवली के लेखपाल सुनील यादव ने बताया कि नवली गांव के पूर्व प्रधान भुआली के साथ कृष्ण कुमार गोंड, राहुल गोंड और कुन्दन गोंड के साथ 20 अन्य लोग तहसील पर आए। ये लोग काफी समय से खरवार जाति का फर्जी प्रमाणपत्र बनवाने का मुझपर दबाव बना रहे थे। जब मैंने ऐसा करने से मना कर दिया तो ये लोग हमारे साथ मारपीट किए।
वहीं दूसरी ओर बातचीत में भुआल प्रसाद गोंड ने बताया कि हम लोगों का पहले से भी गोंड जाति का प्रमाण पत्र बना हुआ है। हमारे पास सारे कागजात हैं लेकिन सुनील यादव हमें बार-बार परेशान कर रहे हैं। वे हमें फर्जी बताकर हमारा जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने देना चाहते।
मारपीट की बाबत भुआल प्रसााद गोंड ने बताया कि जब हमारे लोगों का जाति प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है तो हम इस बारे में गाजीपुर में एसडीएम से जाकर मिले। उन्होंने मेरे सामने तहसीलदार से बात की और मुझे तहसीलदार से जाकर मिलने की बात कही। कल जब 15 फरवरी को मैं तहसीलदार से मिला तो वे बहुत गुस्से में थे। उसी के बाद सुनील वहां पर आए और आते ही वे मुझ से उलझ गए। मेरा कालर पकड़ कर बोले कि तुम लोग अपनी औकात में रहा करो। तुम अधिकारियों के पास जाकर हम लोगों की शिकायत करते हो।
लेखपाल के साथ मारपीट वाली घटना में शामिल सोनू कुमार ने बताया कि हमारे पास जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जरूरी सारे दस्तावेज मौजूद हैं उसके बावजूद हमारा जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है। बार-बार हमारा फार्म कैंसिल कर दिया जा रहा है। जब हम इसके बारे में पूछने के लिए पहुंचे तो हमें मुकदमें में फंसाने की धमकी दी जाने लगी। जब हम उनकी धमकी का वीडियो रिकार्डिंग बनाने लगे तो सुनील और उनके साथियों ने हमारे ऊपर हमला कर दिया।
इस बारे में रेवतीपुर थानाध्यक्ष अशोक मिश्र का कहना है कि लेखपाल की ओर से 4 नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं दूसरी ओर छात्रों की ओर से भी रेवतीपुर थाने में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी गइ, लेकिन थानाध्यक्ष ने दूसरे पक्ष की एफआईआर लिखने से मना कर दिया। इस बारे में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष मिश्र ने बताया कि चूंकि छात्रों की ओर से जाकर अफसरों के चेंम्बर में मारपीट की गई, जो सरासर गलत है। इसीलिए छात्रों की तहरीर को हमने अस्वीकार कर दिया।
बहरहाल, जो भी हो छात्रों की ओर से जिले के डीएम और एसपी को एक प्रार्थना पत्र देकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की गई है। भुआल प्रसाद गोंड कहते भी हैं कि जब हमारी मांग थाने में अनसुनी कर दी गई तो हमने डीएम और एसपी को ज्ञापन देकर यह मांग रखी है कि जाति प्रमाण पत्र बनवाने गए अभ्यर्थियों के साथ मारपीट करने वाले दोषियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। जिले में गोंड जाति का प्रमाण पत्र बनने में आ रही दिक्कतों का भी स्थायी समाधान निकाला जाय नहीं तो बड़ी संख्या में युवा अपने अधिकारों से वंचित हो जायेंगे।
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