Thursday, November 21, 2024
Thursday, November 21, 2024




Basic Horizontal Scrolling



पूर्वांचल का चेहरा - पूर्वांचल की आवाज़

होमसामाजिक न्यायखबर का असर : वाराणसी के सजोई गाँव की आंगनवाड़ी केंद्र की...

इधर बीच

ग्राउंड रिपोर्ट

खबर का असर : वाराणसी के सजोई गाँव की आंगनवाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता समय से आने लगी

वाराणसी के हरहुआ ब्लाक के सजोई गाँव में मुसहर बस्ती में चलने वाले आंगनवाड़ी केंद्र की शिकायत हमारी रिपोर्ट में मुसहर समुदाय के लोगों ने की थी । इस आंगनवाडी केंद्र की संचालिका द्वारा समय से आंगनवाडी केंद्र न खोले जाने की बात कही थी । दिनांक 26 अगस्त को गाँव के लोग यूटयूब चैनल में अपर्णा ने आंगनवाडी कार्यकर्ता पुष्पा राजभर की गाँव वाले व बच्चों के प्रति की जा रही लापरवाही प्रमुखता से उठाया था, इस खबर का असर यह हुआ कि सितम्बर से संचालिका ने आगंवादी केंद्र समय पर खोल अपने काम को सही तरीके से कर रही हैं ।

आंगनबाड़ी केंद्र, बच्चों के विकास और वृद्धि के लिए खोले जाते हैं. ये केंद्र गाँव, मोहल्ले कस्बे में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के बच्चों के लिए पौष्टिक आहार उपलब्ध कराता है, जहाँ बच्चों और मांओं की देखभाल की जाती है। आंगनबाड़ी केंद्रों के ज़रिए, बच्चों को कई तरह की सुविधाएं प्रदान की जाती, जिसमें अनुपूरक आहार, टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच, स्वास्थ्य और पोषण शिक्षा, 3 से 6 साल के बच्चों के लिए विद्यालय पूर्व शिक्षा देते हुए अक्षर ज्ञान कराता है यह देश की  सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में अहम हिस्सा है।

यह थी खबर   – Varanasi: आँगनवाड़ी में बच्चों को नहीं मिल रहा पोषाहार | Ground Report

लेकिन वाराणसी के हरहुआ ब्लाक के सजोई गाँव में मुसहर बस्ती में आंगनवाडी केंद्र की कार्यकर्ता पुष्पा राजभर अपने इस दायित्व का निर्वहन नहीं कर रही थी। दिनांक 26 अगस्त को गाँव के लोग यूटयूब चैनल में अपर्णा ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा राजभर की गाँव वाले व बच्चों के प्रति की जा रही लापरवाही प्रमुखता से उठाया था, इस खबर का असर यह हुआ कि सितम्बर से संचालिका ने आंगनवाड़ी  केंद्र समय पर खोल रही है, बच्चों को दी जाने वाली सुविधा प्रदान कर रही है।साथ मुसहर बच्चों से छूआछूत कर, उन्हें केंद्र से भगा देने का काम  अब बंद कर चुकी हैं।

 

गाँव वालों ने फोन के माध्यम से इस बात की जानकारी हुई। नट संघर्ष समिति की कार्यकर्ता प्रीति कुमारी, जिनकी सूचना पर खबर करने गये थे, ने गाँव में जाकर जायज़ा लिया और लोगों से बात की, तब बात सच निकली कि 26 अगस्त को पब्लिश हुई खबर के बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ता समय से केंद्र खोल बच्चों को पौष्टिक आहार देने के साथ उन्हें पढ़ाने का काम भी कर रही हैं।

 

अपर्णा
अपर्णा
अपर्णा गाँव के लोग की संस्थापक और कार्यकारी संपादक हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here