छत्तीसगढ़। हिट एण्ड रन मामले में सात लाख रुपया जुर्माना और दस साल की सजा के खिलाफ छत्तीसगढ़ के ड्राइवर एसोसिएशन के नेतृत्व में 65 से 70 हजार ट्रक और बस ड्राइवरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। पूरे छत्तीसगढ़ में चक्के थम जाने से अफर-तफरी मच गई है। हड़ताल में छत्तीसगढ़ हाइवा परिवहन एसोसिएशन ने भी अपना समर्थन देते हुए काम बंद कर दिया है।
बीते मंगलवार की रात प्रदर्शन कर रहे ड्राइवर एसोसिएशन के कई पदाधिकारियों को पुलिस थाने उठाकर ले गई।
मंगलवार को बहुत से ट्रक चालकों ने गाड़ियों की चाबी अपने मालिकों को देते हुए काम बंद कर दिया है। छत्तीसगढ़ ड्राइवर संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि इसके पहले हुए हड़ताल पर सरकार ने ड्राइवरों से नहीं ट्रांसपोर्टरों से बात की थी। जबकि हम चाहते हैं कि जिनके लिए हिट एण्ड रन कानून बनाया गया है, उन ड्राइवरों से बात की जानी चाहिए।
ड्राइवरों का कहना है कि हमारी तनख्वाह ही इतनी कम होती है कि सात लाख रुपये का जुर्माना हम नहीं दे सकते हैं। दस साल की सख्त सजा बहुत ज्यादा है।
यह भी पढ़ें…
ट्रक चालकों की हड़ताल के आगे झुकी सरकार, AIMTC से परामर्श के बाद ही लागू होगा हिट-एंड-रन कानून
इसके अलावा भी ट्रक ड्राइवरों अपनी और भी मांगें रखी हैं। जिसमें ड्राइवरों को पचाल वर्ष पूरा होने पर पेंशन स्कीम लागू करें। साथ ही स्वास्थ्य कार्ड दें, जिससे देश के किसी भी हिस्से में निशुल्क इलाज करवा सकें। वे चाहते हैं कि माह में एक दिन की छुट्टी दी जाए। यदि ट्रक चलते हुए यदि दुर्घटना में ड्राइवर की मौत हो जाए तो परिवार वालों को 25 से 30 लाख रुपये की बीमा राशि परिवार वालों को मिले। ट्रक से पुलिस और प्रशासन द्वारा की जाने वाली अवैध वसूली खत्म हो। आम नागरिकों द्वारा ड्राइवरों के साथ होने वाली मारपीट करने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उनके परिवार को अलग से आवास योजना का प्रावधान करें।
इस हड़ताल का असर है कि हाइवे पर ट्रकों और बसों का लंबा जाम लग चुका है। स्थानीय स्तर पर पेट्रोल और बाकी चीजों की लंबी लाइनें लग चुकी हैं। लोगों के बीच भय है कि यदि हड़ताल लंबी चली तो बहुत सी चीजों का अभाव हो जाएगा और दिक्कतें होंगी।
जहां पेट्रोल-डीजल की लंबी कतारें लगी हुई हैं। घंटों लाइन में लगने के बाद लोगों को पेट्रोल-डीजल मिल रहा है। रायपुर के मदिर हसौद डिपो में पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की सैकड़ों गाड़ियां सड़क किनारे खड़ी कर ड्राइवर अपने घर चल दिए हैं। यदि यह स्थिति दो दिन भी रही तो बाहर से आने वाले सामानों की भारी कमी का सामना करना पड़ेगा।
वहीं, सब्जी बाजारों में आवक की कमी देखते हुए भारी भीड़ लगी हुई है। सब्जियों के दाम में भी बढ़ोतरी हुई है। थोक मंडी में बंगाल, कर्नाटक महाराष्ट, आंध्र प्रदेश, गुजरात राज्यों से सब्जी के 50 से 60 ट्रक केवल रायपुर की थोक सब्जी मंडी में आते हैं, लेकिन हड़ताल के कारण आज 10 से भी कम ट्रक आए हैं, जिसके कारण बाजार में सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं।
निजी स्कूलों ने इस हड़ताल का समर्थन करने से मना कर दिया है। इस बाबत स्कूल प्रबंधन के लोगों ने कहा कि हाल ही में 10 दिनों का शीतकालीन अवकाश था जो अब ख़त्म हो गया है। लेकिन वर्तमान में बसों की बंदी के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पाएंगे। इससे उनकी पढ़ाई पर असर पड़ेगा।
बस के रुक जाने के कारण रायगढ़, बिलासपुर, रायपुर सरगुजा और जगदलपुर जाने-आने वाले बस यात्रियों को परेशानी का सामना कर पड़ रहा है। काफी लोग बस स्टैन्ड से लौट जा रहे हैं, क्योंकि चालकों ने हड़ताल के कारण वाहन चलाने से मना कार दिया।
वहीं, छत्तीसगढ़ शासन ने आदेश जारी किया है कि यदि पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की कमी होगी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।