मध्य प्रदेश के लिए 144 उम्मीदवार घोषित, छिंदवाड़ा से कमलनाथ लड़ेंगे चुनाव
नई दिल्ली(भाषा)। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा की 144 सीटों के लिए रविवार को उम्मीदवार घोषित कर दी। घोषित उम्मीदवारों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के अलावा कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं।
नवरात्रि के पहले दिन कांग्रेस की ओर से जारी सूची के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़ेंगे। वर्तमान में भी वह इसी सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीं, मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को भी उनके वर्तमान विधानसभा क्षेत्र लहार से उम्मीदवार बनाया गया है। कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य कमलेश्वर पटेल को सिहावल, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी को राउ और उमंग सिंघार को गंधवानी से टिकट दिया गया है।
बीते 13 अक्टूबर को कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति ने बैठक कर उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाई थी। बैठक के बाद कमलनाथ ने कहा था कि श्राद्ध खत्म होने के साथ ही नवरात्रि के पहले दिन उम्मीदवारों की पहली सूची घोषित की जाएगी।
प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब तक 136 सीट पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है। उसने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते तथा पार्टी के कई अन्य सांसदों को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा जिले के बुधनी से किस्मत आजमाएंगे।
मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतों की गिनती तीन दिसंबर को की जाएगी।2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 114 सीटें जीती थीं और गठबंधन सरकार बनाई थी। भाजपा को इस चुनाव में 109 सीटें हासिल हुई थीं।
हालांकि, ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों के एक गुट के विद्रोह के चलते कमलनाथ अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके और मार्च 2020 में उनके नेतृत्व वाली सरकार गिर गई। सिंधिया गुट के विधायकों के समर्थन से बाद में भाजपा सत्ता में लौटी और शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बने।
छत्तीसगढ़ के लिए कांग्रेस के 30 उम्मीदवार घोषित
नई दिल्ली (भाषा)। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को 30 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी, जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव और कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं। पार्टी की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची के अनुसार, मुख्यमंत्री बघेल अपने वर्तमान विधानसभा क्षेत्र पाटन से ही चुनाव लड़ेंगे, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार और उनके रिश्तेदार विजय बघेल उन्हें चुनौती देंगे।
वहीं, उपमुख्यमंत्री सिंहदेव को भी उनके वर्तमान विधानसभा क्षेत्र अंबिकापुर से उम्मीदवार बनाया गया है। राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को दुर्ग-ग्रामीण, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत को सक्ती और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को कोंडागांव से टिकट दिया गया है।.
छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में सात और 17 नवंबर को मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को की जाएगी। छत्तीसगढ़ में अभी कांग्रेस की सरकार है। वहीं, भाजपा मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में है। राज्य में 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 68 सीटें जीतकर 15 साल बाद सत्ता में वापसी की थी। वहीं, भाजपा को इस चुनाव में 15 सीटें हासिल हुई थीं।.
तेलंगाना के लिए कांग्रेस के 55 उम्मीदवार घोषित
नई दिल्ली (भाषा)। कांग्रेस ने रविवार को तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए 55 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिसमें पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और विधायक दल के नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क तथा कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को कोडंगल विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, विक्रमार्क को मधीरा विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद उत्तम कुमार रेड्डी को हुजूरनगर से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता अंजन कुमार यादव को मुशीराबाद से टिकट दिया गया है। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने 13 अक्टूबर को तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाई थी।
तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में 30 नवंबर को मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को की जाएगी। तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उसे चुनौती देने का प्रयास कर रही हैं।राज्य में 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में बीआरएस (तत्कालीन टीआरएस) ने 88 सीटें जीतकर अपनी सत्ता बरकरार रखी थी। वहीं, कांग्रेस को 19 और एआईएमआईएम को सात सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा को सिर्फ एक ही सीट से संतोष करना पड़ा था।