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भूकंप से दहला नेपाल, 129 लोगों की मौत, प्रभावित इलाकों में पहुँचे पीएम पुष्प कमल

नई दिल्ली (भाषा)। बीती देर रात देश के कई राज्यों और जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रात करीब 11 बजकर 32 मिनट पर आए भूकंप के कारण लोगों को अपने घरों से बाहर निकलना पड़ा। भारत के कई राज्यों में शुक्रवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसी क्रम में […]

नई दिल्ली (भाषा)। बीती देर रात देश के कई राज्यों और जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रात करीब 11 बजकर 32 मिनट पर आए भूकंप के कारण लोगों को अपने घरों से बाहर निकलना पड़ा। भारत के कई राज्यों में शुक्रवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसी क्रम में नेपाल की धरती भी कांपी, यहां इसके भयावह परिणाम देखे गए। अब तक इस आपदा में मृतकों की संख्या 129 पहुंच गई है। आपदा को लेकर नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने भूकंप से हुई मानवीय और भौतिक क्षति पर दुख व्यक्त किया। वहीं, सरकारी नेपाल टेलीविजन के अनुसार, पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिलों में 80 लोगों की मौत हो गई और 150 से अधिक लोग घायल हो गए। नेपाल में शुक्रवार रात 6.4 तीव्रता का जोरदार भूकंप आया, जिसके झटके राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान (एनसीएस) के अनुसार, भूकंप का केंद्र नेपाल में अयोध्या से लगभग 227 किलोमीटर उत्तर और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई में था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी X पर अपनी संवेदना प्रकट की है।

वाराणसी में देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे 10 से 12 सेकंड तक भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों से बाहर आ गए। बहुमंजिला इमारतों के बाहर भी अफरातफरी का माहौल रहा। इसके बाद लोगों ने फोन पर अपने परिचितों का भी हाल जाना। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.4 दर्ज की गई है। भूकंप का केंद्र नेपाल होने के कारण बिहार और पूर्वांचल में इसका असर ज्यादा रहा। वाराणसी के अलावा सीतापुर, बाराबंकी, जौनपुर, लखनऊ के अलावा पूर्वांचल के कई जिलों में लोग भूकंप के झटके महसूस कर अपने घरों से बाहर निकल गए थें।

सुबह मीडिया और सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएँ दीं। गुरुग्राम के इंद्रजीत सिंह ने कहा कि जब हम टेलीविजन देख रहे थे, तभी काफी देर तक झटके महसूस हुए। गाजियाबाद के रहने वाले गोपाल ने कहा कि झटके 15 सेकंड से ज्यादा देर तक महसूस हुए। मुझे खिड़की के शीशे की खड़खड़ाहट भी सुनाई दी। नेपाल में एक महीने में तीसरी बार तेज भूकंप आया है। भूकंप से नेपाल को भारी नुकसान हुआ है। कहीं इमारत ध्वस्त तो कहीं मलबे में दबे वाहन। अपनों के इलाज के लिए अस्पतालों में पीड़ितों की भारी भीड़ लगी हुई है। नेपाल से आईं तस्वीरें वहां के भयानक मंजर को बयां कर रही हैं। नेपाल पीएमओ ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि माननीय प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल जी ने शुक्रवार रात 11:47 पर जजरकोट के रामीडांडा में आए भूकंप से हुई मानवीय और भौतिक क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है और घायलों तत्काल बचाव और राहत के लिए सभी 3 सुरक्षा एजेंसियों को तैनात किया है।

भूकंप के झटके दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए, जिसके चलते ऊंची इमारतों में रहने वाले कई लोग बाहर निकल आए। नोएडा सेक्टर-76 में एक ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी के निवासी प्रत्यूष सिंह ने कहा कि वास्तव में बहुत तेज झटके महसूस हुए। यह एक बेहद डरावना एहसास था। भूकंप के झटके उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बस्ती, बाराबंकी, फिरोजाबाद, अमेठी, गोंडा, प्रतापगढ़, भदोही, बहराइच, गोरखपुर और देवरिया जिलों के अलावा बिहार के कटिहार, मोतीहारी तथा पटना में भी महसूस किए गए। काठमांडू, चार नवंबर (भाषा) नेपाल के जाजरकोट जिले में शुक्रवार आधी रात को आए भूकंप के तेज झटकों के कारण कम से कम 128 लोगों की मौत हो गई है।

देश में आए 6.4 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र जाजरकोट जिले के लामिडांडा में था। शुक्रवार रात 11 बजकर 47 मिनट पर आए भूकंप का असर काठमांडू, इसके आसपास के जिलों और यहां तक कि पड़ोसी देश भारत की राजधानी नयी दिल्ली तक महसूस किया गया। अधिकारियों ने बताया कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ शनिवार सुबह एक चिकित्सकीय दल के साथ घटना स्थल रवाना हुए। उन्होंने बताया कि नेपाल सेना और नेपाल पुलिस को बचाव कार्य में लगाया गया है।

वहीं, झारखंड में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। अधिकारियों ने कहा कि इससे राज्य में किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। रांची, हजारीबाग, गढ़वा, कोडरमा, रामगढ़ और राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में शुक्रवार रात भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये। इन झटकों से लोग घबरा गये। राजधानी रांची में रहने वाले लोगों ने दावा किया कि उन्हें लगभग चार से पांच सेकंड तक दो बार झटके महसूस हुए। रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि नेपाल में आए भूकंप के कारण झारखंड में हल्के झटके महसूस किये गये। राष्ट्रीय भूकंप केंद्र ने कहा कि नेपाल में आये भूकंप का केंद्र अयोध्या से लगभग 227 किलोमीटर उत्तर और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम में था। इसके पहले 31 अक्टूबर को भी झारखंड में 3.7 तीव्रता वाले भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये थे।

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