केन्द्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोविड-19 के दौरान प्रवासियों को ‘खिचड़ी’ वितरण में कथित अनियमितताओं के मामले में शिवसेना (यूबीटी) के लोकसभा उम्मीदवार कीर्तिकर को पूछताछ के लिए समन भेजा है।
अमोल कीर्तिकर को ईडी ने पहली नोटिस तब जारी की थी जब उन्हें उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से लोकसभा प्रत्याशी बनाने की घोषणा की थी।
दूसरी नोटिस में कीर्तिकर को आठ अप्रैल को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
कीर्तिकर की विधिक टीम ने पिछली बार उनकी आधिकारिक व्यस्तताओं का हवाला देते हुए समन को स्थगित करने का अनुरोध किया था।
एक दिन पहले बुधवार को शिवसेना नेता संजय राऊत ने कहा कि पार्टी मुंबई उत्तर-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र के लिए अपना प्रत्याशी नहीं बदलेगी। यानी शिवसेना (यूबीटी) की ओर से अमोल कीर्तिकर ही प्रत्याशी रहेंगे।
ईडी 6.37 करोड़ रुपये के कथित घोटाले की जांच कर रही है। आरोप है कि घोटाले की रकम का कुछ हिस्सा अमोल कीर्तिकर के खाते में आया था।
ईडी की दूसरी नोटिस के बाद शिवसेना की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
अमोल कीर्तिकर के पिता गजानन कीर्तिकर अब शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के साथ हैं और मौजूदा सांसद भी हैं।
ईडी ने इस साल की शुरुआत में इस मामले में शिवसेना (यूबीटी) गुट के एक पदाधिकारी सूरज चव्हाण को गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने इस मामले में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट के नेता संजय राउत के छोटे भाई संदीप राउत से भी पूछताछ की थी।
धनशोधन का मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की एक प्राथमिकी से उपजा है।
पुलिस के अनुसार, कोविड-19 के दौरान प्रवासियों को ‘खिचड़ी’ उपलब्ध कराने के लिए बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) द्वारा ठेका देते समय कथित अनियमितताएं हुईं। इस मामले में ईओडब्ल्यू अमोल कीर्तिकर से पहले ही पूछताछ कर चुकी है।