मंत्री ने अधिकारियों को गहन जांच करने और एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। पीटीआई के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि यह भगदड़ मशहूर गायिका निकिता गांधी के संगीत समारोह में प्रस्तुति देने से पहले हुई। वहीं, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के अनुसार, दो छात्र और दो छात्राओं की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक लोगों का कलामसेरी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल और कुछ अन्य अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है। जॉर्ज ने बताया कि चार और छात्रों की हालत गंभीर है। इस हादसे के बाद में गायिका ने निकिता गांधी ने फेसबुक पर एक पोस्ट के माध्यम से दुख व्यक्त किया। गांधी ने लिखा कि प्रस्तुति के लिए कार्यक्रम स्थल रवाना होने से पहले ही यह घटना हो गई। इस गहन दुख को व्यक्त करने के लिए संभवतः कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। मेरी प्रार्थनाएं छात्रों के परिवारों के साथ हैं।
VIDEO | "Four (people) lost their lives. (Meanwhile), the condition of two students is serious," said Congress leader VD Satheesan on stampede at Cochin University tech fest. pic.twitter.com/p5iTWs449l
— Press Trust of India (@PTI_News) November 26, 2023
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) एमआर अजित कुमार ने कहा कि अचानक भारी बारिश होने पर दर्शक सीढ़ियों का उपयोग करके सभागार में पहुंचे, जिससे भगदड़ मच गई। उन्होंने कहा, विवरण पुस्तिका से हमें पता चला कि इसका आयोजन 24 से 26 नवंबर तक किया गया था। संगीत कार्यक्रम 1,000 से 1,500 लोगों की क्षमता वाले एक सभागार में आयोजित किया गया था। कुमार ने पत्रकारों से कहा कि सभागार आंशिक रूप से भरा हुआ था। लेकिन जब अचानक बारिश हुई तो छात्र सीढ़ियों से होते हुए भागने लगे, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। प्रारंभिक जानकारी से पता चला था कि भगदड़ निकिता गांधी के संगीत कार्यक्रम के दौरान हुई थी जबकि बाद में अधिकारियों ने कहा कि जब घटना हुई तब तक गायिका ने प्रस्तुति शुरू नहीं की थी।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने मीडिया को बताया कि कार्यक्रम में केवल टिकट धारकों को प्रवेश की अनुमति थी। हालांकि, संगीत कार्यक्रम के दौरान कई स्थानीय निवासी भी सभागार के बाहर थे। जब अचानक बारिश शुरू हुई तो सभी दर्शक मंच की ओर दौड़ पड़े, जहां छत वाली जगह थी। इस बीच, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने घटना के मद्देनजर कोझिकोड के एक सरकारी अतिथि गृह में आपात बैठक की और विद्यार्थियों की मौत पर शोक व्यक्त किया।
कोच्चि नगर निगम पार्षद प्रमोद ने कहा कि एक ही गेट से एंट्री और एग्जिट होने के कारण भगदड़ मच गई। छात्र एक ही गेट से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। जो छात्र खड़ी सीढ़ियों से प्रवेश कर रहे थे, वे पहले गिरे और गेट पर भारी भीड़ ने उन्हें फिर कुचल दिया। कोचीन यूनिवर्सिटी में हुए हादसे में मरने वालों की पहचान हो गई है। इसमें कूथातुकुलम के मूल निवासी अतुल थम्बी, उत्तरी परवूर की मूल निवासी एन. रुफ्ता और थमारसेरी की मूल निवासी सारा थॉमस की पहचान दूसरे वर्ष के छात्रों के रूप में की गई। चौथे शख्स की पहचान की कोशिश की जा रही है। वहीं, घायलों में दो की हालत गंभीर है। दोनों को एस्टर मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल, कलामसेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 34 लोगों का इलाज चल रहा है। सिर में चोट लगने वाले दो लोगों को आईसीयू में भेजा गया है। दोनों लड़कियाँ हैं। 31 वार्ड में हैं और एक कैजुअल्टी में है। 15 लोगों को पथथिपलम किंडर अस्पताल ले जाया गया। यहां से दो लोगों को डिस्चार्ज किया गया है। एक की सीटी स्कैनिंग हुई। एक व्यक्ति को थ्रीक्काकारा सनराइज अस्पताल में भी भर्ती कराया गया। उनकी चोटें गंभीर नहीं होने के कारण उन्हें छुट्टी दे दी गई
कोच्चि/तिरुवनंतपुरम (भाषा)। कोच्चि में बीते शनिवार की रात कोचीन विश्वविद्यालय में आयोजित वार्षिकोत्सव के दौरान मची भगदड़ में चार विद्यार्थियों की मौत और 60 से अधिक लोगों के घायल हो जाने के मामले में केरल सरकार ने जाँच के आदेश दिए हैं। घायलों को कोच्चि के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, जिस समय ओपन एयर ऑडिटोरियम में म्यूजिक फेस्ट चल रहा था, तभी अचानक बारिश आने से लोग हॉल के अंदर भागे और भगदड़ मच गई। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि कलामसेरी मेडिकल कॉलेज में चार स्टूडेंट्स के शव मिले हैं। उधर, यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. शंकरन ने साफ किया है कि जिस समय हादसा हुआ उस समय वहां करीब 2000 छात्र थे। राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री आर. बिंदू ने उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव और कोचीन विश्वविद्यालय के कुलपति व रजिस्ट्रार समेत तीन सदस्यीय टीम यह जिम्मेदारी सौंपी है।