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आज़मगढ़ : विभिन्न मांगों को लेकर आशा बहुओं का सीएचसी केन्द्र पर धरना

आशा बहुओं ने आरोप लगाया कि सरकार केवल उनका इस्तेमाल कर रही है। स्वास्थ्य विभाग में तैनात आशा बहुएं काफी समय से कलमबंद हड़ताल कर रही हैं। उनकी प्रमुख मांग है कि उनके महीने की सैलरी 15 हजार रूपया किया जाय।

आजमगढ़। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आशा बहुओं ने आजमगढ़ जिले के लालगंज ब्लाक के सीएचसी केन्द्र पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों का ज्ञापन सीएचसी इंचार्ज की अनुपस्थिति में उनके सहायक को सौपा।

स्वास्थ्य विभाग में तैनात आशा बहुएं काफी समय से कलमबंद हड़ताल कर रही हैं। उनकी प्रमुख मांग है कि उनके महीने की सैलरी 15 हजार रूपया किया जाय। इस दौरान आशा बहुओं ने कहा जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती हमारी हड़ताल जारी रहेगी। इस दौरान अगर कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।

इस दौरान आशा बहुओं ने आरोप लगाया कि सरकार केवल उनका इस्तेमाल कर रही है। कोरोना काल के दौरान अपने योगदान को बताते हुए इन लोगों ने कहा कोरोना के विकट संकट में हमने अपनी जान की परवाह नहीं की। लोगों का टीकाकरण का काम कराया। उस समय हमें तनख्वाह न देकर 10 हजार की प्रोत्साहन राशि दी गई । सरकार आज हमारी तरफ ध्यान नहीं दे रही है।

धरने को सम्बोधित करते हुए ब्लाक की अध्यक्ष सीमा सिंह ने कहा ‘हमारा भी अपना परिवार है लेकिन सरकार हमें सिर्फ 22 सौ रूपए देती है। इतने कम पैसे में भला कोई कैसे अपना परिवार चला सकता है। महंगाई आज आसमान छू रही है। कार्यक्रम में शामिल ब्लाक सचिव सनम ने कहा ने बताया कि पिछले 17 वर्षों से सरकार की विभिन्न योजनाओं को हम जनता तक पहुंचा रहे हैं। लोग उससे लाभान्वित हो रहे हैं, लेकिन सरकार हमारी तरह ही नहीं ध्यान दे रही है । आज कितनी महंगाई है। इस महंगाई के दौर में 22 सौ रूपए में क्या होने वाला है? इसलिए सरकार से हम मांग करते हैं कि हमारी तनख्वाह महीने की 15 हजार फिक्स किया जाय।

कार्यक्रम में उपस्थित ममता ने कहा सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो उसका परिणाम सरकार को भुगतना भी पड़ सकता है। लखनऊ में भी हमारी कुछ साथी धरना दे रही हैं ।

गाँव के लोग
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