अहमदाबाद (भाषा)। गुजरात हाईकोर्ट में सोमवार को दो न्यायाधीश आपस में भिड़ गए थे। न्यायाधीशों की बेंच एक मामले की सुनवाई कर रही थी। इस दौरान दोनों एक दूसरे से सहमत नहीं थे। इसकी वजह से उनमें बहस होने लगी। बहस इतनी बढ़ गई की एक वरिष्ठ न्यायाधीश ने अपने सहयोगी न्यायाधीश को जमकर खरी-खोटी सुना दिया। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई थी। हालांकि, आज अदालत का सत्र शुरू करते हुए न्यायाधीश ने अपनी हरकत पर सहयोगी न्यायाधीश से माफी मांगी।
न्यायमूर्ति बीरेन वैष्णव ने कहा कि सोमवार को अदालत में जो कुछ हुआ, उसके लिए उन्हें खेद है। मंगलवार को दशहरा के कारण अदालत बंद थी।
पीठ के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति वैष्णव की 23 अक्टूबर को उप न्यायाधीश न्यायमूर्ति मौना भट्ट के साथ तीखी बहस हुई थी। यह घटना तब हुई थी जब न्यायमूर्ति वैष्णव एक मामले में आदेश पारित कर रहे थे और न्यायमूर्ति भट्ट इससे सहमत नहीं थीं।
न्यायमूर्ति वैष्णव ने सत्र शुरू होते ही खंडपीठ में शामिल न्यायमूर्ति मौना भट्ट की मौजूदगी में कहा, ‘सोमवार को जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था। मैं गलत था। मुझे इसके लिए खेद है, और हम एक नया सत्र शुरू करते हैं।’
Heated exchange between Gujarat High Court judges in open court on Monday and the hearing stopped midway! pic.twitter.com/ci9rRUappG
— WorldSoHigh🪷 (@KhataPitaPeople) October 24, 2023
न्यायमूर्ति वैष्णव और न्यायमूर्ति भट्ट की खंडपीठ के सोमवार के सत्र का वीडियो गुजरात उच्च न्यायालय के आधिकारिक यूट्यूब पेज से हटा दिया गया था। सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के एक कथित वीडियो में न्यायमूर्ति भट्ट तब कुछ बड़बड़ाते हुई दिखाई दीं जब न्यायमूर्ति वैष्णव फैसला सुना रहे थे।
इसपर न्यायमूर्ति वैष्णव को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘तो आप अलग हैं। हम एक दूसरे से अलग हैं, हम दूसरे में अलग हो सकते हैं।’ न्यायमूर्ति भट्ट ने तब कहा, ‘यह अलग होने का सवाल नहीं है।’ जिस पर जस्टिस बीरेन ने कहा, ‘तो आप बड़बड़ाओ मत, आप एक अलग आदेश पारित करें। हम और अधिक मामले नहीं ले रहे हैं।’ इसके बाद वह उठे और यह कहते हुए अदालत कक्ष से बाहर चले गए कि पीठ आगे के मामलों की सुनवाई नहीं कर रही है।