पश्चिम बंगाल त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना आज दूसरे दिन भी जारी है। अब तक घोषित परिणाम के आधार पर ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी बाकी पार्टियों की उम्मीद को कुचलते हुए बड़ी जीत दर्ज करने की ओर अग्रसर है। बीती 8 जुलाई को 74 हजार पंचायतों के लिए वोटिंग की गई थी। चुनाव के दौरान हिंसा, पोलिंग बूथों पर मारपीट, बूथ लूटने और आगजनी जैसी घटनाएं सामने आईं थी, जिसकी वजह से 697 बूथों पर पुनर्मतदान का निर्णय लिया गया था। ऐसे में सुरक्षाबलों ने 10 जुलाई को 19 जिलों में सभी 697 बूथों पर की सुरक्षा व्यवस्था संभाल थी बावजूद हिंसा पूरी तरह से रोकी नहीं जा सकी। 8 जुलाई को मतदान के दौरान पूरे राज्य में हिंसा से जुड़ी घटनाओं में 19 लोगों की मौत हुई थी।
कल यानी 11 जुलाई को पंचायत चुनाव की मतगणना शुरू की गई। आज दोपहर 2 बजे तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी बड़ी बढ़त के साथ आगे बढ़ती दिख रही थी। पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनावों को यदि 2024 के लोक सभा के परिप्रेक्ष्य में देखा जाए तो अभी से कहा जा सकता है कि तमाम लोक-लुभावनी बातों के बावजूद पश्चिम बंगाल में टीएमसी के किले में सेंध लगा पाना भाजपा के लिए आसान नहीं होगा।
सबसे पहले ग्राम पंचायत की 63229 सीटों की स्थिति देखते हैं-
ग्राम पंचायत की तरह पंचायत समिति की 9730 सीटों में से टीएमसी 2,155 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है, जबकि 493 सीटों पर बढ़त के साथ सबसे आगे चल रही है। भाजपा फिलहाल बहुत पीछे है।
जिला परिषद की 928 सीटों पर भी टीएमसी 77 सीटों से जीत चुकी है और 92 पर बढ़त के साथ शेष पार्टियों से बहुत आगे चल रही। अभी तक के परिणाम से टीएमसी के खेमें में जहाँ ख़ुशी की लहर दिख रही है, वहीं, भाजपा का प्रदर्शन बेहद निराशा जनक है।
पश्चिम बंगाल में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद चुनाव की मतगणना आज (बुधवार) दूसरे दिन भी जारी है। TMC ने ग्राम पंचायत की 28,985 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि 1,540 सीटों पर अभी आगे है। वहीं, पंचायत समिति की 2,155 और जिला परिषद की 77 सीटें जीती हैं। इसके साथ ही चुनावों में TMC बड़ी जीत की ओर बढ़ती दिख रही है। ग्राम पंचायत में भाजपा ने अब तक 7,762 सीटें जीती हैं और 417 सीटों पर आगे है। TMC ने भाजपा से चार गुना ज्यादा सीटें हासिल की हैं। ग्राम पंचायत में कांग्रेस 1,073 सीटें, CPI(M) 2,409 सीटें, जबकि अन्य पार्टियां 725 सीटें ही जीत पाई हैं। निर्दलीय उम्मीदवार 1,656 सीटें जीते हैं। अब तक प्राप्त नतीजों में बड़ी बढ़त मिलने से टीएमसी कार्यकर्त्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है। TMC समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों के साथ जुलूस निकाला और महिलाओं ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर खुशी मनाई। दूसरी तरफ, बंगाल के भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने नतीजों में गड़बड़ी का आरोप लगाया। वहीं, तृणमूल पर धांधली का आरोप लगते हुए बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू मालदार हबीबपुर के मतगणना केंद्र के सामने धरने पर बैठ गए हैं।
बंगाल पंचायत चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने भी मुर्शिदाबाद और मालदा की दो सीटें जीती हैं।
TMC नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि बीजेपी, सीपीआईएम और कांग्रेस के संयुक्त विपक्ष की निराशा उस उदासी की तुलना में कम है, जिसे मुख्यधारा की मीडिया के दोस्तों ने महसूस किया था। यहां तक कि पश्चिम बंगाल में ममता सरकार को बदनाम करने के लिए आधारहीन प्रचार वाला एक दुर्भावनापूर्ण अभियान भी मतदाताओं को प्रभावित नहीं कर सका। विपक्ष के ममता को वोट नहीं अभियान को अब ममता को वोट दें में बदलने के लिए लोगों का आभारी हूं। हमें निश्चित रूप से प्रचंड जनादेश मिलेगा, जो लोकसभा चुनाव का मार्ग प्रशस्त करेगा।
चुनावों के दौरान हुई हिंसा को लेकर भाजपा की एक फैक्ट फाइंडिंग टीम भी कोलकाता पहुँच चुकी है। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की तरफ से रवि शंकर प्रसाद ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, आपकी राजनीति पूरी तरह अत्याचार पर आधारित कैसे हो गई जबकि आपको फ़ाइटर कहा जाता है और आपने 34 साल के लेफ़्ट के इसी तरह के शासन को उखाड़ फेंका था और हमें भी खुशी हुई थी। लेकिन आप तो लेफ्ट से भी आगे निकल गई हैं।” उन्होंने कहा कि , “ममताजी, आपने बंगाल में लोकतंत्र को शर्मशार किया है। चुने हुए उम्मीदवारों को सर्टिफ़िकेट नहीं दिए जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि पहले वो टीएमसी ज्वाइन करें।”
#WATCH | Ravi Shankar Prasad, chief of BJP's fact-finding team, says "I want to ask Rahul Gandhi, why is he silent when his party workers are getting beaten in Bengal? The murder of 48 people during the West Bengal Panchayat elections is a sickening sign of a shameful democracy" pic.twitter.com/1fD0xoIQwR
— ANI (@ANI) July 12, 2023
इसको लेकर ममता बनर्जी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा है कि वह भी एक फैक्ट फाइंडिंग टीम मणिपुर भेजेंगी। कर्नाटक के बाद भाजपा का पश्चिम बंगाल में बेहद कमजोर प्रदर्शन विपक्ष की एकता को ताकत देगा और विपक्षी एकता के केंद्र में ममता बनर्जी की भूमिका और महत्वपूर्ण हो सकती है।