‘इनर मणिपुर’ लोकसभा क्षेत्र के 11 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच पुनर्मतदान जारी है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। निर्वाचन आयोग के एक निर्देश के बाद नये सिरे से मतदान का निर्णय लिया गया।
आयोग ने 19 अप्रैल को इन मतदान केंद्रों पर हुए मतदान को अमान्य घोषित कर दिया है।
आयोग के एक अधिकारी ने कहा, ‘सभी 11 मतदान केंद्रों पर मतदाता अपने मताधिकार के प्रयोग के लिए सुबह से ही कतार में खड़े हुए हैं। शुक्रवार को दंगे जैसी स्थिति से इन मतदान केंद्रों पर मतदान प्रभावित हुआ था। सोमवार को अब तक किसी प्रकार की गड़बड़ी या हिंसा की सूचना नहीं है।’ पुनर्मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ।
खुरई लोकसभा क्षेत्र के मोइरांग कम्पु साहेब व थोंगम लीकाई केंद्रों, क्षेत्रिगाओ लोकसभा क्षेत्र के बामोन कंपू व इरिलबंग के दो-दो मतदान केंद्रों, इंफाल पूर्वी जिले के थोंगजू में खोंगमान जोन पांच, उरीपोक लोकसभा क्षेत्र में इरोइशेम्बा क्षेत्र के तीन मतदान केंद्रों और इंफाल पश्चिम जिले के कोंथौजाम में खादेम माखा में नये सिरे से चुनाव कराए जा रहे हैं।
इससे पहले कांग्रेस ने मणिपुर की दो लोकसभा सीट के लिए शुक्रवार 19 अप्रैल को हुए मतदान के दौरान चुनाव में धांधली और बूथ पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए 47 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराए जाने की मांग की थी।
कांग्रेस की मणिपुर इकाई के अध्यक्ष के. मेघचंद्र ने कहा था कि पार्टी ने मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई है और ‘इनर मणिपुर’ निर्वाचन क्षेत्र के 36 तथा ‘आउटर मणिपुर’ निर्वाचन क्षेत्र के 11 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराए जाने की मांग की थी।
संघर्ष ग्रस्त मणिपुर में कुछ मतदान केंद्रों पर गोलीबारी, तोड़-फोड़, ईवीएम को नष्ट करने और बूथ पर कब्जा करने के आरोपों की घटनाएं सामने आईं थी। शुक्रवार को ‘इनर मणिपुर’ और ‘आउटर मणिपुर’ लोकसभा सीट पर 72 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।