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फ़तेहपुर : डॉ. भीमराव आम्बेडकर राजकीय महाविद्यालय में सरस्वती की मूर्ति लगाने का विरोध

फ़तेहपुर। बाबा साहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय (फ़तेहपुर) परिसर में सरस्वती मूर्ति लगाने हेतु मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है। वहीं, भीम आर्मी ने मांग की है कि प्रस्तावित स्थान पर डॉ. भीमराव आम्बेडकर की मूर्ति स्थापित की जाए। हालांकि, प्रस्तावित स्थान पर मंदिर में लगभग ढाई फीट सरस्वती की मूर्ति […]

फ़तेहपुर। बाबा साहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय (फ़तेहपुर) परिसर में सरस्वती मूर्ति लगाने हेतु मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है। वहीं, भीम आर्मी ने मांग की है कि प्रस्तावित स्थान पर डॉ. भीमराव आम्बेडकर की मूर्ति स्थापित की जाए। हालांकि, प्रस्तावित स्थान पर मंदिर में लगभग ढाई फीट सरस्वती की मूर्ति लगाई जा रही है।

महाविद्यालय प्रशासन के अनुसार, मंदिर निर्माण का कार्य चंदे में दी गई राशि से हो रहा है। वहीं, प्रशासन की मानें तो चंदा राशि महाविद्यालय के शिक्षण एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों द्वारा एकत्रित की गई है।

इस मंदिर निर्माण के सम्बंध में भीम आर्मी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं की मांग है कि प्रस्तावित स्थान पर माँ सरस्वती के स्थान पर बाबा साहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की मूर्ति स्थापित की जाए।

डॉ. भीमराव आम्बेडकर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में उपरोक्त मंदिर निर्माण को रोकने की मांग भीम आर्मी के जिला संयोजक शिव कुमार के नेतृत्व में की गयी है। 5 फरवरी को भीम आर्मी के जिला संयोजक शिव कुमार के नेतृत्व में 15-20 कार्यकर्ताओं द्वारा दोपहर 01 बजे कलेक्ट्रेट फतेहपुर उप-जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा गया।

इस प्रकरण के सम्बंध में एक ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बजरंग सेना जिलाध्यक्ष चंदन सिंह राणा और भीम आर्मी जिला संयोजक शिवकुमार के बीच फोन पर तल्ख़ बात-चीत हो रही है।

बजरंग सेना जिलाध्यक्ष चंदन सिंह राणा, शिवकुमार पर धर्म की हानि का आरोप लगते हुए कहते हैं, आपके द्वारा आज ज्ञापन दिया गया था, उसमे आप मंदिर का विरोध कर रहे हैं। वैसे आप किस धर्म से हो?

भीम आर्मी संयोजक शिवकुमार कहते हैं, हमें धर्म स्कूल कॉलेज में नहीं चलाना है, वह कॉलेज बाबा साहेब आम्बेडकर के नाम पर है। वहाँ अलग-अलग समुदायों के बच्चे पढ़ने के लिए जाते हैं। वैसे मैं चमार जाति से हूँ और मेरा बौद्ध धर्म से सम्बंध है।

इसपर चंदन सिंह हैं कि, ‘आप सनातन धर्म के बालक हैं, हम भी सनातन धर्म के बालक हैं। ये जातियां बांटी गई हैं। हमें जातिवाद न फैलाकर केवल हिन्दू एकता को मजबूत करना है। अगर हम इधर-उधर जातियों में बिखर जाएँगे तब हमारा देश कभी हिन्दू राष्ट्र घोषित नहीं हो सकता।’

अंत में बजरंग सेना जिलाध्यक्ष चंदन सिंह ने धमकी देते हुए कहा कि ‘आज के बाद अगर आप देवी-देवताओं के मामलों में किसी भी प्रकार का ज्ञापन दिए, तो हमसे बुरा कोई नहीं होगा, ये हम बता दे रहे हैं।’

‘गाँव के लोग’ ने जब इस मामले पर भीम आर्मी जिला संयोजक शिवकुमार से बात-चीत की तब वह कहते हैं कि, “यह कॉलेज डॉ. भीमराव आम्बेडकर के नाम से है। इसमें मंदिर का अवैध निर्माण कराया जा रहा है। इस कॉलेज में हर समुदाय के बच्चे पढ़ने आते हैं। आज सरस्वती की मूर्ति लगवा रहे हो, कल कोई बजरंगबली की लगवाएगा। फिर कोई मस्जिद बनवाएगा। कोई चर्च तो कोई गरुद्वारा बनवाएगा। जब कॉलेज में यही सब बन जाएगा तब विद्यार्थियों का मन कैसे लगेगा पढ़ने में? फिर पूजा-पाठ में मन लगने लगेगा।”

यदि मंदिर पर रोक नहीं लगाई जाती है, तब आपकी आगे की रणनीति क्या होगी? इस सवाल के जवाब में भीम आर्मी संयोजक शिवकुमार कहते हैं, ‘यह सत्ता हमारी तो है नहीं, सत्ता पर बैठे लोग कुछ भी कर सकते हैं। इसका विरोध करना हमारा काम है। इस पर धमकी देने के लिए कुछ लोगों का फोन आया था। बजरंग सेना जिलाध्यक्ष चंदन सिंह राणा ने धमकी दी है।

शिवकुमार कहते हैं, ‘चंदन सिंह द्वारा यह धमकी भी दी गई है कि, आगे विरोध किया या ज्ञापन दिया तो हमसे बुरा कोई नहीं होगा। शिवकुमार यह भी बताते हैं कि, चंदन सिंह राणा ने हमको गाली भी दी। मगर मैं उसकी रिकॉर्डिंग नहीं कर पाया।‘

बजरंग सेना के जिलाध्यक्ष चंदन सिंह राणा से जब ‘गाँव के लोग’ ने मामले पर उनके विचार जाने के लिए बात की। तब चंदन सिंह राणा कहते हैं कि, यदि सरस्वतीजी के मूर्ति की स्थापना हो रही है, तब यह तो हमारे लिए सौभाग्य की बात है। अगर विद्यालय में सरस्वतीजी साक्षात विराजमान हो रहीं हैं, तब सभी बच्चे पूजा-अर्चना करके विद्यालय में प्रवेश करेंगे। इसको रोकना धर्म के खिलाफ है।’

इस मामले को लेकर महाविद्यालय की प्रिंसिपल डॉ. सरिता गुप्ता ने कहा कि ‘आगामी सरस्वती पूजा को लेकर उनकी प्रतिमा लगवाई जाएगी। सभी स्कूलों में भी सरस्वती की ही पूजा होती चली आ रही है। एक दिन स्कूल प्रबंधन की बैठक में यह निर्णय लिया गया था, शिक्षकगण चंदा देने के लिए भी तैयार हो गए। डॉ. सरिता ने बताया कि भीम आर्मी द्वारा दिए गए ज्ञापन के बाबत एसडीएम ऑफिस से भी कहा गया है कि आप लोग निश्चिंत होकर मंदिर बनवाइए।’

गाँव के लोग
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