छात्रों ने घटना की निंदा करते हुए गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया, जो शुक्रवार तड़के तक जारी रहा। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से लापरवाही बरते जाने की शिकायत की और दावा किया कि तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की गई।
प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रॉक्टर के इस्तीफे की भी मांग की।
हालांकि, ईएफएलयू की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया दी और पुलिस को सूचित करने सहित सक्रिय रूप से आवश्यक कदम उठाए।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों ने तुरंत घटना की जांच शुरू कर दी है।
इसके बुधवार सुबह करीब 5 बजे कैंपस के अंदर करीब 200 छात्रों ने कुलपति ई. सुरेश कुमार और प्रॉक्टर टी. सैमसन के इस्तीफे की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया था। एक छात्र ने मीडिया को बताया था कि ‘जब हमने गुरुवार सुबह प्रॉक्टर से बात की तो उन्होंने इस घटना को एक छोटा मुद्दा माना। हमारी मांग है कि वीसी और पूरे प्रॉक्टोरल बोर्ड को इस्तीफा देना चाहिए, सुरक्षा में चूक के लिए गार्ड के प्रमुख को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। हम यह भी चाहते हैं कि रजिस्ट्रार सार्वजनिक रूप से महिला का नाम बार-बार पूछने के लिए माफी मांगें, साथ ही उसे शर्मिंदा करने के लिए परिसर के वार्डन और स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों से भी माफी मांगें।
दूसरी तरफ, ईएफएलयू प्रबंधन टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हुआ। उस्मानिया विश्वविद्यालय पुलिस ने कहा कि यौन उत्पीड़न के लिए मामला दर्ज किया गया था और आरोपियों की पहचान करने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।
हैदराबाद (भाषा)। हैदराबाद में ईएफएलयू यानी अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय के परिसर में अज्ञात लोगों द्वारा कथित तौर पर एक छात्रा का यौन उत्पीड़न किए जाने को लेकर कई छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। छात्रा ने उस्मानिया विश्वविद्यालय थाने में शिकायत दर्ज कराई कि 18 अक्टूबर की रात दो अज्ञात व्यक्तियों ने उसका यौन उत्पीड़न किया। आरोपियों की पहचान करने के लिए जांच जारी है।