वाराणसी संसदीय क्षेत्र में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय राय आमने-सामने हैं। मोदी से लगातार दो बार परास्त होने के बाद अजय राय इस बार जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं, क्या ये मुद्दे उन्हें संसद तक पहुंचा पाएंगे?
2022 में किसानों को फसल का दुगुना दाम देने को कहा, लेकिन वर्ष 2023 समाप्त होने को है, दुगुना क्या? पहले का ही हजारों करोड़ बकाया है। वहीं खाद्य बीज, यूरिया इत्यादि के दाम दोगुने हो गये जिसकी वजह से किसान परेशान हैं।
बाराबंकी (भाषा)। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक को दुष्कर्म मामले में सजा सुनाये जाने...
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर चुनावी तैयारी की बात भले ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कर रहे हैं, पर सच्चाई यह है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में I.N.D.I.A. गठबंधन की कमान अखिलेश यादव के हाथ में ही रहेगी।
जब गांधी की विचारधारा खत्म होगी, तभी गोडसे की विचारधारा स्थापित होगी। सर्व सेवा संघ सिर्फ एक जमीन नहीं है। यह विचारों का प्रतीक है। अगर आज वे इस जमीन पर कब्जा कर लेंगे, तो भविष्य में वे किसी भी संस्थान पर कब्जा कर लेंगे। उन्होंने देखा कि यह हांडी में चावल का एक दाना है, जिसे वे दबाना चाहते हैं।
आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट मांग करता है कि धान/गेहूं की खरीद में हो रहे भ्रष्टाचार की न्यायिक जांच कराई जाए। वर्तमान में धान खरीददारी में हो रहे भ्रष्टाचार को रोका जाए और सरकार किसानों से सरकारी रेट पर खरीदारी सुनिश्चित करे। साथ ही आईपीएफ सभी किसान संगठनों से भी अपील कर है कि वे धान की सरकारी खरीद में चल रहे भ्रष्टाचार का विरोध करें, ताकि किसानों को उनकी फसलों का एमएसपी मूल्य मिल सके।