भाजपा की नीतियों को ही सरकार की नीतियों के रूप में दिमाग में बैठाने की कोशिशों का नतीजा यह है कि पुलिस और प्रशासन के विभिन्न हलकों में भाजपा की नीतियों का अंधानुकरण करने और पार्टी नेताओं तथा हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं की इच्छानुसार काम करने की प्रवृत्ति पैदा हुई है। बिलासपुर की घटना में पुलिस और सरकार का रूख यही बताता है कि संविधान के मूल्यों और उसकी भावना को खत्म करने और अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने के लिए कानून को तोड़ने-मरोड़ने का काम ऊंचे स्तर से ही जोर-शोर से जारी है।
बस्तर लोकसभा में पांच साल पहले कांग्रेस से 4.27% वोटों से पीछे रहने वाली भाजपा आज 7.91% वोट से आगे है। निश्चित ही ये आंकड़ें प्रभावशाली हैं और भाजपा के पक्ष में हैं। इसके बावजूद भाजपा के चेहरे पर चिंता की लकीरें हैं और वह पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं।
रायपुर (भाषा)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और विधायक राम विचार नेताम ने रविवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा के ‘प्रोटेम स्पीकर’ (अस्थायी अध्यक्ष)...
रायपुर (भाषा)। छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य बुधवार यानी आज शपथ ग्रहण करेंगे। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र...
नई दिल्ली (भाषा)। कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विधानसभा चुनावों के बीच में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को...