डॉ. लता प्रतिभा मधुकर जानी-मानी लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। मुंबई में रहने वाली लता प्रतिभा मधुकर नर्मदा बचाओ आंदोलन के साथ ही पिछड़ा वर्ग के आन्दोलनों में शामिल रही हैं। साथ ही उसमें इस वर्ग की भागीदारी के लिए बहुत काम कर चुकी हैं। उनका बचपन नागपुर में बीता।
सामाजिक परिवर्तन में राजा राममोहन राय एक बड़ा नाम थे, जिन्हें कट्टरपंथियों के विरोध के बावजूद आज स्त्री शिक्षा से लेकर, सती हो जाने की कुप्रथाओं को रोकने के लिए इन्हें याद किया जाता है।
समाज की रूढ परम्पराओं, अंधविश्वासों, धार्मिक मान्यताओं तथा सामाजिक भेदभाव, उपेक्षा और शोषण का प्रतिकार कर समाज के तिरस्कृत, वंचित, उपेक्षित वर्गों और जातियों में समानता, सम्मान और स्वाभिमान चेतना का संचार करने वाले कबीर की वाणी का यह उपहास उनका अपमान है। यही हाल संत रविदास का हुआ। उनको भी ईश्वर भक्त के रूप में ही प्रचारित किया गया है।