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कृषि की बुनियादी आधार होने के बावजूद महिला खेतिहर मज़दूरों के पास नहीं है भू स्वामित्व

कई लोग ऐसा मानते हैं कि कृषि के अविष्कार में महिलाएं करीब से जुड़ी रही हैं। कई सामाजिक वैज्ञानिक तो यहां तक मानते हैं कि महिलाओं ने ही कृषि…
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महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बना रहा स्वयं सहायता समूह

बीकानेर (राजस्थान)। देश की नई संसद भवन ने नारी शक्ति को नमन करते हुए सबसे पहले महिला आरक्षण बिल को पास किया है। दरअसल, महिलाओं, विशेषकर…
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लड़कों की तरह क्यों नहीं पढ़ सकतीं लड़कियां ?

मुजफ्फरपुर (बिहार)। क्या लड़की होना पाप है? कोई गुनाह है? आखिर क्यों लड़की को यह बार-बार एहसास दिलाया जाता है कि वह एक लड़की है? लड़कियों को…
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आदिवासी समाज में भी बढ़ रहा है लैंगिक भेदभाव

 सदियों से आदिवासी समाज भले ही आर्थिक रूप से सशक्त नहीं हुआ है, लेकिन सामाजिक रूप से वह हमेशा सभ्य समाज की परिकल्पना को साकार करता रहा है।…
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लैंगिक भेदभाव झेल रहीं गांव की लड़कियां

मुजफ्फरपुर (बिहार)। लैंगिक असमानता हमारे रूढ़िवादी व पुरुषवादी समाज की एक बड़ी और गंभीर बीमारी है। सदियों से यह संकीर्ण सोच हमारे समाज व देश…
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घोर स्त्री विरोधी और रूढ़िवादी परम्पराओं का समर्थक प्रकाशन है गीता प्रेस

'यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता’ से लेकर 'नारी तुम केवल श्रद्धा हो....' तक भारतीय संस्कृति और साहित्य में ढोल-नगाड़ों के साथ काफी…
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कन्या जन्म पर माँओं को दुःखी होने पर विवश करती पितृसत्ता

अक्सर कहा जाता है कि बेटी पैदा होती है तो माँयें चिंतित हो जाती हैं। हम यह कभी नहीं सोचते कि बेटी या ट्रांसजेंडर बच्चे के जन्म लेने पर माँओं…
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सरकारी योजनाओं के बावजूद आर्थिक कठिनाइयों का सामना करतीं विधवाएं

अंतर्राष्ट्रीय विधवा दिवस (23 जून) पर विशेष जालोर (राजस्थान)। आज़ादी के सात दशकों बाद भी देश में कुछ जातियां, समुदाय और वर्ग ऐसे हैं, जो आज…
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कुप्रथा डायन की सूली पर एक और औरत का क़त्ल, क्रूरता ऐसी की ऑंखें भी निकाल ली

बिहार। अरवल में कुछ दबंगों द्वारा एक दलित महिला को पहले लाठी-डंडे से पीटा गया। दबंगों का मन मारने पीटने से नहीं भरा तब क्रूरता की हर सीमा…
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कामुक ही नहीं हिंसक भी हो चुकी है अश्लील आर्केस्ट्रा की उत्सवी अवधारणा

यौन कुंठा में अराजक तत्व के लिए कठपुतली बन रही हैं नाचने वाली लड़कियां यह शादियों का मौसम चल रहा है। गांव-देहात में अभी भी बहुतायत…
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