बिरला को 23 दिसंबर को लिखे पत्र में थरूर ने कहा, ‘मैं आज मेरे निर्वाचन क्षेत्र तिरुवनंतपुरम में संसदीय विशेषाधिकारों के गंभीर उल्लंघन के साथ-साथ निर्वाचित प्रतिनिधियों और अन्य शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर हुये हमले की ओर आपका ध्यान आकर्षित करने के लिए पत्र लिख रहा हूं।’
उन्होंने कहा कि ‘यह घटना शनिवार को एक रैली में हुई जहां कई साथी सांसद, विधायक, नेता और कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने के लिए जुटे थे।
उन्होंने कहा, ‘रैली के आयोजकों ने विरोध-प्रदर्शन करने के लिए विभिन्न प्राधिकारियों से आवश्यक अनुमति ली हुई थी। हम तब हैरान रह गए जब बिना किसी चेतावनी के आंसू गैस के गोले दागे गए, जबकि नेता प्रतिपक्ष रैली को संबोधित कर रहे थे।’
थरूर ने कहा, ‘बाद में पुलिस ने रैली को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार कीं।’
थरूर ने लिखा, ‘जिस सदन का मैं सदस्य हूं, आप उसके संरक्षक हैं, उसके नाते मैं आज आपको पत्र लिखकर आग्रह कर रहा हूं कि जल्द से जल्द इस मामले पर ध्यान आकर्षित किया जाए ताकि समयबद्ध तरीके से आवश्यक कार्रवाई सख्ती के साथ की जा सके।’
राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम में शनिवार को केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) द्वारा आयोजित विरोध-प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा हिंसा का मामला सामने आया था, जिसमें पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले दागे जाने के बाद सांसदों और विधायकों सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं को दम घुटने की शिकायत का सामना करना पड़ा और कुछ को अस्पताल में भी भर्ती कराना पड़ा।
ज्ञात हो कि केरल में माकपा के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ़) की सरकार है। 25 मई 2016 को पिनाराई विजयन ने मुख्यमंत्री पद संभाला था। 2021 के विधानसभा चुनावों में पिनाराई विजयन की एलडीएफ़ को 99 सीटों पर जीत मिली थी और पिनाराई विजयन बतौर मुख्यमंत्री तभी से राज्य की कमान संभाले हुए हैं। केरल में 140 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र और 20 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं।
नई दिल्ली (भाषा)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि उनके संसदीय क्षेत्र तिरुवनंतपुरम में संसदीय विशेषाधिकारों के ‘गंभीर उल्लंघन’ के साथ-साथ निर्वाचित प्रतिनिधियों और अन्य शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर ‘हमला’ किया गया।