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सामाजिक कार्यकर्ताओं ने माँग की डॉ हर्ष मंदर का उत्पीड़न बंद किया जाय

250 से अधिक नागरिकों ने सेंटर फॉर इक्विटी स्टडीज, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. हर्ष मंदर के भारतीय राज्य एजेंसियों द्वारा उत्पीड़न की निंदा की और सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर और चल रही अन्य सभी जांचों को बंद करने की मांग की। अपने आठ पृष्ठों के प्रेस वक्तव्य में हस्ताक्षरकर्ताओं ने कहा है […]

250 से अधिक नागरिकों ने सेंटर फॉर इक्विटी स्टडीज, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. हर्ष मंदर के भारतीय राज्य एजेंसियों द्वारा उत्पीड़न की निंदा की और सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर और चल रही अन्य सभी जांचों को बंद करने की मांग की।

अपने आठ पृष्ठों के प्रेस वक्तव्य में हस्ताक्षरकर्ताओं ने कहा है कि ‘हम हस्ताक्षरकर्ता स्पष्ट रूप से डॉ. हर्ष मंदर के निरंतर उत्पीड़न और धमकी की निंदा करते हैं। हम 2 फरवरी, 2024 की सुबह डॉ. हर्ष मंदर के आवास और उनके द्वारा स्थापित संस्था सेंटर फॉर इक्विटी स्टडीज पर चल रही छापेमारी से बहुत परेशान हैं। हर्ष मंदर एक अत्यंत सम्मानित और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं जिन्होंने सबसे अधिक उत्पीड़ित लोगों के मुद्दों को उठाया है।

छापेमारी, डॉ. हर्ष मंदर, उनके सहयोगियों, परिवार और सेंटर फॉर इक्विटी स्टडीज के पूर्व और वर्तमान बोर्ड सदस्यों के उत्पीड़न की लंबी श्रृंखला का एक हिस्सा है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि 2020 से सरकार की कई जांच एजेंसियां, ​​जिनमें राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर), दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा, आयकर (आईटी) प्राधिकरण, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और अब केंद्रीय जांच ब्यूरो शामिल हैं, ऐसी कार्रवाई कर रही है जिसे केवल प्रतिशोधात्मक कार्रवाई के रूप में वर्णित किया जा सकता है। एक भी मामले में न्यायालय में आरोप पत्र प्रस्तुत नहीं किया गया है।

हर्ष मंदर और सीईएस पर जघन्य हमले भारत के सभी नागरिक समाजों और उन सभी पर हमला हैं जो संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए काम करते हैं।

एफआईआर संख्या आरसी2202024 ई0002/ईओ द्वितीय/एनडी से स्पष्ट है कि सीबीआई द्वारा धारा 35 आर/डब्ल्यू 7,8,12(4) (ए) (vi) और एफसीआरए अधिनियम 2010 की धारा 39 के तहत, श्री मंदर के तहत लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह से मनगढ़ंत और बिना किसी भौतिक आधार के हैं।

हम हर्ष मंदर, उनके सहयोगियों और सीईएस के खिलाफ सीबीआई एफआईआर सहित सभी जांच को बंद करने की मांग करते हैं।

छापे पर बोलते हुए, डॉ. मंदर ने कहा कि उनका संकल्प और मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि ‘मेरा जीवन, मेरा लेखन और मेरा काम ही मेरी एकमात्र प्रतिक्रिया है।’

संवैधानिक भारत के सिद्धांतों और मूल्यों को संरक्षित करने के उनके दृढ़ संकल्प में हम डॉ. मंदर के साथ एकजुटता के साथ खड़े हैं।

हस्ताक्षर करनेवाले सामाजिक कार्यकर्ताओं, लेखकों और बुद्धिजीवियों के नाम

कविता श्रीवास्तव, अध्यक्ष पीयूसीएल; वी सुरेश, महासचिव, सचिव, पीयूसीएल; अरुणा रॉय, एमकेएसएस, राजस्थान और अध्यक्ष एनएफआईडब्ल्यू; निखिल डे,मजदूर किसान शक्ति संगठन, राजस्थान; डॉ. सैयदा एस. हमीद, लेखिका और भारत के योजना आयोग की पूर्व सदस्य; एनी राजा, महासचिव, एनएफआईडब्ल्यू; अपूर्वानंद, लेखक एवं स्तंभकार;  फराह नकवी, लेखिका और शोधकर्ता; कविता कृष्णन, स्तंभकार और सार्वजनिक बुद्धिजीवी; ज्यां द्रेज़,अर्थशास्त्री; मेधा पाटकर, सह-संयोजक एनएपीएम; एडमिरल एल रामदास, शांति कार्यकर्ता और नौसेना स्टाफ के प्रमुख; ललिता रामदास, शांति कार्यकर्ता और शिक्षाविद; कमल श्रीवास्तव, अध्यक्ष, भारत ज्ञान विज्ञान समिति; आशा मिश्रा, बीजीवीएस; मीरा संघमित्रा, सह-संयोजक एनएपीएम, राष्ट्रीय कार्यकारी समूह;  संदीप पांडे, महासचिव सोशलिस्ट पार्टी एवं अकादमिक; अरुंधति धुरू, सह-संयोजक एनएपीएम, राष्ट्रीय कार्य समूह;  गैब्रिएल डिट्रिच, सलाहकार एनएपीएम;  अनुराधा तलवार, पश्चिम बंग खेत मजदूर समिति;  डॉ. सुनीलम, किसान संघर्ष समिति;  सिराज दत्ता, लोकतंत्र बचाओ अभियान, झारखंड; आशीष रंजन, जन जागरण शक्ति संगठन, बिहार;  कामायनी, जन जागरण शक्ति संगठन,बिहार; विनय श्रीनिवास, कर्नाटक; अरविंद नारायण, अध्यक्ष, पीयूसीएल कर्नाटक;  मिहिर देसाई, उपाध्यक्ष, पीयूसीएल; सुनीता, अलीफ़ा प्रो. राहुल मुखर्जी, विभागाध्यक्ष, राजनीति विज्ञान विभाग, दक्षिण एशिया संस्थान, हाइडलबर्ग; शबनम हाशमी, अनहद;  गौहर रजा, वैज्ञानिक एवं कवि;  पामेला फ़िलिपोज़, वरिष्ठ पत्रकार; अचिन वानाइक, राजनीतिक विचारक और लेखक; ऐश्वर्या आर, पीयूसीएल; ख़ुशी शर्मा, पीयूसीएल; आशुतोष, मीना, पीयूसीएल, नमन शर्मा, पीयूसीएल; लावण्या मैती, पीयूसीएल; राघव गुप्ता, पीयूसीएल; दर्शन जैन, पीयूसीएल; तनीषा मीना, पीयूसीएल; पद्मजा शॉ, सेवानिवृत्त संकाय उस्मानिया विश्वविद्यालय; आर्यन कृष्णिया, पीयूसीएल;  उमा शंकरी, भारत की नागरिक; प्रियांशी; प्रकृति, भोजन का अधिकार अभियान; तौफीक नदीम, पीयूसीएल; हिरेन, गांधी दर्शन; कैलाश मीना, एनएपीएम  राजस्थान;  डेविड सोलोमन, एसजे ममता, जेटली विविधा, राज शेखर, भोजन का अधिकार अभियान; खालिदा परवीन, कार्यकर्ता; कनीज़ फातिमा, नागरिक अधिकार कार्यकर्ता; शकुंतला राजसमंद, महिला मंच; वाई कृष्णा ज्योति, साउथ फर्स्ट; राजेंद्रन नारायणन, अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय बैंगलोर; सईद; शालिनी गेरा, वकील, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय; रोहित प्रजापति, पर्यावरण कार्यकर्ता गुजरात; तपोजय मुखर्जी, पश्चिम बंग खेत मजूर समिति; मंदाकिनी, वकील; सिराज दत्ता, झारखंड जनाधिकार महासभा; वसंता, कार्यकर्ता; सितारा बानो, पीयूसीएल; सैयद, फ़िरोज़ निःश्रय श्रमिक संगठन, एड. डॉ. शालू निगम, स्वतंत्र शोधकर्ता; माणिक माहना, ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस; नताशा बधवार, लेखिका, फ़िल्म निर्माता; आशीष रेड्डी, एड. नवीन; बी बी चौधरी,समाजवादी जन परिषद; सितारा बानो,पीयूसीएल;  निशा बिस्वास, कार्यकर्ता; स्मिता गुप्ता, स्वतंत्र अर्थशास्त्री और कार्यकर्ता; रामनारायण, नागरिक;  चिरायु जैन, एडवोकेट, दिल्ली उच्च न्यायालय; फारूक हुसैन, विकलांगों के लिए आदर्श सूचना केंद्र,  स्वाति नारायण, कार्यकर्ता, भोजन का अधिकार अभियान; अंबिका यादव, झारखंड किसान परिषद; आदित्य श्रीवास्तव, जर्मन चांसलर फेलो; एनी नमला, सामाजिक कार्यकर्ता; सोमनाथ घोष, सेवानिवृत्त प्रोफेसर; शेबा जॉर्ज, सामाजिक कार्यकर्ता; डॉ अंजोर भास्कर, शिक्षक; विजय लक्ष्मी जोशी, पीयूसीएल और विविधा; श्रुति बाला, भारत में शैक्षणिक स्वतंत्रता के लिए अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता; प्रोफेसर मीना ढांडा, विजिटिंग प्रोफेसर, एलएसई; सैयद माजिद, शुट्टारी टीपीयू, मोहम्मद इक़बाल पत्रकार, ऐश्वर्या मूर्ति पत्रकार,  प्रसाद चाको पीयूसीएल गुजरात, राजेंद्र मोहन कश्यप; पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टी,  वीएस कृष्णा मानवाधिकार मंच, मकबूल सलीम नागरिक, डॉ. संजय मंगला गोपाल; नेशनल अलायंस ऑफ पीपुल्स मूवमेंट्स (एनएपीएम) भंवर मेघवंशी, पुक्ल अरुण विरसम. एलिना होरो; आदिवासी महिला नेटवर्क, सुनील कौल सहयात्री, वंदिता मोरारका; वन फ्यूचर कलेक्टिव, शांभवी शर्मा; कलेक्टिव दिल्ली, नंदिनी सुंदर; समाजशास्त्री, गोवा राठौड़; पीयूसीएल गुजरात, प्रतीक पंकज; हीडलबर्ग विश्वविद्यालय, मैथ्यू चेरियन लेखक, चयनिका शाह सदस्य, महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ मंच, सत्य ओझा पीएचडी छात्र, आर सुदर्शन एक स्वतंत्र फ्रीलांसर, हाना वहाब स्वतंत्र पत्रकार/शोधकर्ता दिल्ली, अमिता वी जोसेफ एडवोकेट, जर्जुम एते एआईयूएफडब्ल्यूपी, एम. आर. नंदन सेवानिवृत्त शिक्षक, इंदिरा उन्नीनायर वकील – सुप्रीम कोर्ट दिल्ली उच्च न्यायालय, सुकृति चौधरी; पीयूसीएल, मृदुला सुदर्शन; एक फ्री लांसर, डॉ. टोनी बगाइचा, गंगाधर एम; डेमोक्रेटिक टीचर्स फेडरेशन, के.रवि; चंदर फोरम अगेंस्ट रिप्रेशन, तेलंगाना अपूर्व नरेगा संघर्ष मोर्चा नवदीप माथुर संकाय, अहमदाबाद  मुजाहिद पीयूसीएल रोमा (AIUFWP) आनंदवर्धन याग्निक एडवोकेट, गुजरात उच्च न्यायालय डॉ. संहिता बरूआ सामाजिक कार्य शिक्षिका और स्वतंत्र लेखिका, देव देसाई अनहद,  डॉ संहिता बरूआ तेजपुर विश्वविद्यालय,  कृष्णकांत चौहान पीयूसीएल, सूरत क्रांति किरण व्यक्तिग,  जॉय सेनगुप्ता थिएटर और सिनेमा। नरबिंदर सिंह एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स, पंजाब  शेषप्पा एम एन सेवानिवृत्त व्यक्ति अमृता छाछी अकादमिक, सृष्टि पुरस्कार विजेता पत्रकार सहज दंड अन्न सुरक्षा अधिकार अभियान, अनंत कृष्णन जयदास पीयूसीएल, जान्हवी सिंह पीयूसीएल, अरुंधति धुरू एनएपीएम, मृदुल टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान, मनोरमा शर्मा सेवानिवृत्त प्रोफेसर, एनईएचयू, शिलांग और सुस्त समाज विकास चक्र, गुवाहाटी के सामाजिक कार्यकर्ता अनिन्थिता नाथ अशोक विश्वविद्यालय – टीचिंग फेलो सौम्या दत्ता भारत जन विज्ञान जत्था  मैमूना मोल्ला (AIDWA) दिल्ली,  संजना (TISS) उस्मान जावेद स्वतंत्र शोधकर्ता, शादान फरासत एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट, हसीना खान; बेबाक कलेक्टिव  फ़्रेज़र मैस्करेनहास जेसुइट आदेश,  पूर्वी व्यास; स्वतंत्र सलाहकार, फातिमा चप्पलवाला संभावना संस्थान, अरुंधति डिजाइनर, अशोक शर्मा आईएफएस (सेवानिवृत्त)  निर्मला तम्मिनेनी; स्वतंत्र सामाजिक कार्यकर्ता, ज्योति गद्दाम निंटागरी, नरेश चन्द्र सक्सैना सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी,  डॉ. जोसेफ; जेवियर के विचार मदुरै,  छीतरमल चौधरी, सूचना एवं रोजगारअभियान; जवाहर सरकार, संसद सदस्य; ऋत्विज कुमार, आरटीएफ, अभियान बिहार;  गीता रानी भट्टाचार्य, प्रीता झा, शांति एवं समानता प्रकोष्ठ; एन.डी.जयप्रकाश, दिल्ली विज्ञान मंच;  सुशीला ईएनएसएम;  राजू शर्मा, सेवानिवृत्त;  राधा कुमार, लेखिका एवं नीति विश्लेषक;  सैतो बसुमतारी, वकील; तनवीर अहमद, सेवानिवृत्त; दिनेश अब्रोल, दिल्ली साइंस फोरम; सुभम विश्वास, सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान;  मीना गुप्ता, सेवानिवृत्त सिविल सेवक; अमानुल्ला खान, अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ;  सोमा मरला;  अमूल्य के त्रिपाठी, पूर्व प्रोफेसर राजनीति विज्ञान; ललिता रामदास लारा, आदित्य निगम, अविनाश कुमार, फैकल्टी, जे.एन.यू ; ए वी सुब्रमण्यम, वामपंथी समर्थक;  ए.सुनीता स्वतंत्र शोधकर्ता; गौतम मोदी, एनटीयूआई, डॉ. सोमा मार्ला, वैज्ञानिक;  मुनीज़ा खान, गांधीवादी अध्ययन संस्थान; अरुंधति, शांति और विकास के लिए, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वूमेन; डॉ. शकील; शबनम विशाखा, व्रती कुमार, पीयूसीएल, अदिति मेहता आईएएस सेवानिवृत्त, उदय कुमार राय, दृष्टि सागर सेवा संस्थान, वीनू होरा, एनएफआईडब्ल्यू ; अजय सिंह मेहता नागरिक, अमिता बुच; सेड्रिक प्रकाश, मानवाधिकार और शांति कार्यकर्ता/लेखक; देब मुखर्जी, सदस्य संवैधानिक आचरण समूह;  निवेदिता मेनन, जेएनयू दिल्ली; शफीक और नीता हार्डिकर, अन्ना सुरक्षा अधिकार अभियान; राधिका देसाई, स्वतंत्र शोधकर्ता/सलाहकार; पूनम कौशिक, महासचिव प्रगतिशील महिला संगठन दिल्ली; हर्ष यादव; रश्मी धनवानी, कला प्रबंधक और शोधकर्ता;  एडमिरल एल रामदास नौसेना स्टाफ के पूर्व प्रमुख; स्नेहल शाह निर्दलीय सबा –  शशि असंबद्ध, बिस्वरूप चटर्जी मेडिकल कॉलेज कोलकाता, चेरिल डिसूज़ा एडवोकेट, मरियम धावले; अखिल भारतीय लोकतांत्रिक महिला संघ, विवेक शर्मा वकील, प्रीति ओझा कोई नहीं लता सिंह आरआईएचआर, रिया यादव एडवोकेट,  रोहन डिसूजा; क्योटो विश्वविद्यालय,  जैकब एंटनी सेवानिवृत्त प्रधान सचिव, खलील उर रहमान नजर (एनएपीएम)  जॉर्ज थॉमस मेडिकल प्रैक्टिशनर  जेनिफर लियांग; विकास कार्यकर्ता,  डॉ.सुधीर अग्रवाल, समग्र विकास पार्टी,  सुबोध लाल; संवैधानिक आचरण समूह,  ग़ालिब खान; सामाजिक कार्यकर्ता,  प्योली एडवोकेट, रमेश दीक्षित संविधान बचाओ देश बचाओ अभियान उत्तर प्रदेश लखनऊ,  पुष्पेंद्र; पीयूसीएल बिहार,  संघर्षरत महिलाओं के लिए माया जॉन सेंटर (CSW)  मृदुला मुखर्जी जे.एन.यू. (सेवानिवृत्त),  एएसएम मुस्तफिजुर रहमान दक्षिण एशिया संस्थान; हीडलबर्ग विश्वविद्यालय जर्मन,  अवय शुक्ला सेवानिवृत्त,  तीन शर्मा; सूचना या रोजगार अभियान,  आदित्य मुखर्जी; जे.एन.यू. (सेवानिवृत्त)  डॉ. बासवी किरो; स्वदेशी महिला भारत नेटवर्क अलीना, राष्ट्रीय श्रमिक कल्याण ट्रस्ट,  बेला भाटिया  मानवाधिकार वकील और लेखिका  जन आंदोलनों का राष्ट्रीय गठबंधन; सुचिंतन दास, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय; आशीष रंजन, एनएपीएम; प्रोफेसर संतोष मेहरोत्रा, ​​बाथ विश्वविद्यालय; गौलुंगमोन, कानून के छात्र; केविन कास्त्रो, एडवोकेट चेन्नई; रज़ा हैदर, कवि एवं फ़िल्म निर्माता; रनेश रे, वास्तुकार डिजाइनर; अपूर्व कुमार बरुआ, असम इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन एंड मीडिया रिसर्च; रुखसाना चौधरी, एडवोकेट, दलित मानवाधिकार,  बीना पल्लीकल, राष्ट्रीय अभियान  हाँ एस.ए.कादरी, आरटीडी, बैंकिंग उद्योग ट्रेड यूनियन नेता; संजय कौल, सेवानिवृत्त आईएएस; हेमन्तकुमार शाह, पूर्व प्राचार्य, एचके आर्ट्स कॉलेज; लता भिसे सोनावणे, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वुमेन; शबनम हाशमी, अनहद;  वर्षा गांडीकोटा जनरल कोऑर्डिनेटर प्रोग्रेसिव इंटरनेशनल; अमिताभ पांडे, सेवानिवृत्त सिविल सेवक; गौहर रज़ा, वैज्ञानिक; भावना शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता, प्रसाद सुब्रमण्यम, एफएसएमएम, बलराम; आरटीएफसी झारखंड; अमला दाशरथी, एडवोकेट; आयशा किदवई, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय; रोशनी, मुंबई; राघवन रंगराजन, प्रोफेसर।

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